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'फिलिस्तीनियों को छोड़ना ही होगा गाजा', नेतन्याहू से मुलाकात के बाद ट्रम्प, फिर किसके कब्जे में होगा ये क्षेत्र?

Donald Trump meet Benjamin Netanyahu: डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू की मेजबानी करते हुए गाजा से फिलिस्तीनियों को विस्थापित करने के अपने प्रस्ताव को दोहराया और इस क्षेत्र को जॉर्डन और मिस्र में पुनर्वास का सुझाव दिया.

Donald Trump meet Benjamin Netanyahu: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने गाजा से फिलिस्तीनियों को विस्थापित करने की बात एक बार फिर कही और कहा कि वहां के लोगों के पास फिलिस्तीनी एन्क्लेव को छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. ये क्षेत्र इजरायल के सैन्य हमले से तबाह हो गया है.

ट्रम्प ने फिलिस्तीनी क्षेत्र से लोगों को स्थायी रूप से बसाने के लिए एक समझौते की इच्छा भी जाहिर की है. ट्रम्प की टिप्पणी पर मिस्र और जॉर्डन समेत मध्य पूर्व में अमेरिका के सहयोगियों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. इन देशों ने चेतावनी दी है कि फिलिस्तीनियों को विस्थापित करने से क्षेत्र में अस्थिरता पैदा होगी, तनाव बढ़ सकता है और दो-राज्य समाधान की दिशा में लंबे समय से चल रहे प्रयासों को नुकसान पहुंचा सकता है.

'फिलिस्तीनियों के पास कोई विकल्प नहीं'

इन सबके बावजूद ट्रम्प ने कहा कि फिलिस्तीनियों के पास कोई विकल्प नहीं है, सिवाय इसके कि वे उस जगह को छोड़ दें. उन्होंने गाजा को मलबे का एक बड़ा ढेर बताया. उनके प्रशासन ने मौजूदा युद्धविराम समझौते की तीन से पांच साल की पुनर्निर्माण समयसीमा की व्यवहार्यता को भी कम करके आंका है और इसे अव्यवहारिक बताया है.

गाजा में सब कुछ मौत है: ट्रम्प

ट्रम्प ने कहा कि उनका मानना है कि मिस्र और जॉर्डन - साथ ही अन्य देश आखिरकार फिलिस्तीनियों को स्वीकार करने पर सहमत हो जाएंगे. ट्रम्प ने कहा, 'आप दशकों पर नज़र डालें, तो पाएंगे कि गाजा में हर जगह मौत ही मौत है. यह सालों से हो रहा है। यह सब मौत ही मौत है. अगर हम लोगों को स्थायी रूप से बसाने के लिए एक सुंदर क्षेत्र पा सकें, अच्छे घरों में जहां वे खुश रह सकें और उन्हें गोली न मारी जाए, न मारा जाए और न ही चाकू घोंपकर मारा जाए जैसा कि गाजा में हो रहा है.'

ट्रम्प ने यह भी कहा कि वे गाजा के पुनर्निर्माण में अमेरिकी सैनिकों की तैनाती से इनकार नहीं कर रहे हैं. वे इस क्षेत्र के पुनर्विकास पर लंबे अमेरिकी अमेरिकी मिशन के बारे में बात कर रहे हैं. ट्रम्प ने किसी भी सुरक्षा शून्यता को भरने के लिए अमेरिकी सैनिकों को तैनात करने की संभावना के बारे में कहा, 'हम वह करेंगे जो आवश्यक होगा.'

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