फेंटेनाइल क्या है, जिसे लेकर चीन की चालबाजी से टेंशन में अमेरिका? भारत के आगे लगाई गुहार - आपकी मदद की जरूरत
Fentanyl Crisis USA: FBI के चीफ काश पटेल ने खुलासा किया कि चीन समर्थित फेंटानिल ड्रग नेटवर्क को तोड़ने के लिए अमेरिका ने भारत से मदद मांगी है. भारत का उपयोग चीन द्वारा तैयार किए गए रासायनिक पदार्थों की तस्करी के लिए ट्रांजिट हब के रूप में हो रहा है, जिन्हें मैक्सिकन ड्रग कार्टेल्स को भेजा जाता है. अमेरिका और भारत की एजेंसियों ने इस नेटवर्क पर मिलकर कार्रवाई शुरू कर दी है.

Fentanyl Crisis USA: अमेरिका की खुफिया एजेंसी FBI चीफ काश पटेल ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि अमेरिका ने भारत की जांच एजेंसियों से संपर्क कर चीन समर्थित फेंटानिल (Fentanyl) ड्रग नेटवर्क को खत्म करने के लिए मदद मांगी है. दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ लगाने के बाद चीन, भारत समेत अन्य देशों के माध्यम से फेंटानिल को अमेरिका में पहुंचाने का काम कर रहा है.
काश पटेल ने बताया कि भले ही भारत में फेंटानिल का सेवन ना के बराबर है, लेकिन चीन से आ रहे रासायनिक पदार्थों (Chemical Precursors) का बड़ा हिस्सा भारत के ज़रिए मैक्सिकन ड्रग कार्टेल्स तक पहुंच रहा है. उन्होंने बताया कि 2023 में अकेले अमेरिका में सिंथेटिक ओपिओइड्स के कारण 74,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है, जो एक चौंकाने वाला आंकड़ा है.
अब भारत के आगे अमेरिका ने लगाई गुहार
काश पटेल ने खुलासा किया कि FBI और भारत की जांच एजेंसियों के बीच इस मामले में सीधी बातचीत हो चुकी है. उन्होंने कहा, 'मैंने अभी-अभी भारत सरकार से फोन पर बात की है. मैंने उनसे कहा कि आपकी जमीन का इस्तेमाल हो रहा है. ये रसायन भारत पहुंच रहे हैं और फिर यहां से तस्करी के लिए मैक्सिकन गिरोहों तक भेजे जा रहे हैं. हमें उन कंपनियों को ढूंढना है जो इन्हें खरीद रही हैं और उन्हें बंद करना है. आपकी मदद की जरूरत है.'
भारतीय कंपनियों के नाम भी अमेरिकी आरोपपत्र में
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने कुछ भारतीय रासायनिक कंपनियों को इस काले धंधे में शामिल होने का आरोप लगाया है. इनमें आंध्र प्रदेश की वासुधा फार्मा केम लिमिटेड और इसके दो वरिष्ठ अधिकारियों पर चार मीट्रिक टन फेंटानिल प्रीकर्सर (NPP) मैक्सिको और अमेरिका भेजने की साजिश रचने का आरोप है. इसके अलावा, Raxuter Chemicals और Athos Chemicals Pvt Ltd नाम की दो अन्य भारतीय कंपनियों पर भी इसी तरह के आरोप लगे हैं.
कनाडा बन रहा है नया हब
काश पटेल ने यह भी बताया कि अब मैक्सिकन ड्रग गिरोह कनाडा के वैंकूवर के रास्ते भी तस्करी कर रहे हैं. चीन से आने वाले केमिकल्स कनाडा भेजे जा रहे हैं, जहां इन्हें फेंटानिल में बदला जा रहा है और फिर पूरी दुनिया में फैलाया जा रहा है.
क्या है फेंटानिल?
फेंटानिल एक तरह की ओपिओइड दवा है. ओपिओइड्स वे ड्रग्स होते हैं जो शरीर के दर्द को कम करने के लिए दिए जाते हैं, जैसे मोर्फीन... लेकिन फर्क यह है कि फेंटानिल पूरी तरह से लैब में तैयार किया जाता है, यानी इसमें कोई भी प्राकृतिक चीज नहीं होती.
यह दवा बहुत तेज़ असर करती है और इसका इस्तेमाल खास तौर पर कैंसर के मरीजों या ऑपरेशन के बाद के तेज़ दर्द को दूर करने के लिए किया जाता है. डॉक्टर के निर्देश पर सही मात्रा में दी जाए तो यह असरदार है, लेकिन इसका गलत या ज़्यादा इस्तेमाल जानलेवा हो सकता है.
क्यों है फेंटानिल इतना खतरनाक?
फेंटानिल की ताक़त इतनी है कि अगर नमक के कुछ दाने जितनी मात्रा भी ली जाए तो यह इंसान की जान ले सकती है. सोचिए, सिर्फ़ 2 मिलीग्राम फेंटानिल से मौत हो सकती है!
फेंटानिल का असर कैसा होता है?
ये दवा दर्द कम करने के साथ-साथ दिमाग में खुशी और आराम का एहसास भी देती है. इस वजह से लोग इसे बार-बार लेने की चाहत में फंस जाते हैं. धीरे-धीरे दिमाग पर इसका असर इतना बढ़ जाता है कि बिना इसे लिए इंसान को सामान्य महसूस ही नहीं होता.
ये असर मोर्फीन या हेरोइन से भी कई गुना तेज़ और खतरनाक है. इसलिए इसे 'Silent Killer' भी कहा जाता है.
फेंटानिल से सेहत को क्या खतरे हैं?
ओवरडोज से मौत: ज़रा सी ज़्यादा मात्रा भी खतरनाक हो सकती है.
नकली दवाइयों में मिलावट: बाजार में मिलने वाली नकली दवाओं में अक्सर मिलाया जाता है.
दूसरी नशे वाली चीज़ों में मिलावट: हेरोइन, कोकीन, मेथ जैसी ड्रग्स में भी इसे मिलाया जा रहा है.
शरीर की आदत बन जाना: शरीर इसकी इतनी आदत बना लेता है कि बिना इसके इंसान बीमार और बेचैन हो जाता है.
क्या फेंटानिल की लत छुड़ाई जा सकती है?
हां, फेंटानिल की लत भी बाकी नशों की तरह छुड़ाई जा सकती है. इसके लिए अमेरिका में कई दवाएं उपलब्ध हैं जैसे मेथाडोन, बुप्रेनॉर्फिन और नाल्ट्रेक्सोन... इलाज के साथ-साथ काउंसलिंग भी दी जाती है ताकि इंसान दिमाग़ी रूप से भी इससे बाहर आ सके.
प्रेग्नेंसी में फेंटानिल का खतरा
अगर कोई महिला गर्भावस्था के दौरान फेंटानिल का सेवन करती है तो बच्चे पर भी बुरा असर पड़ता है. ऐसा बच्चा जन्म के बाद चिड़चिड़ापन, कंपकंपी, रोना, दूध न पीना जैसी समस्याओं से जूझता है. इलाज के ज़रिए इस स्थिति को बेहतर बनाया जा सकता है.
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