डील करो या भुगतो... पहले 40 और अब 7 और देशों पर आई सामत! ट्रंप ने फिर फूंकी टैरिफ की चिंगारी
डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार सुबह सात और देशों के खिलाफ नए टैरिफ नियमों की घोषणा करने का ऐलान किया. ट्रंप का यह आक्रामक रवैया अमेरिका को मैन्युफैक्चरिंग में मज़बूती देने और टैक्स कट्स के लिए फंड जुटाने की रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है.

US Trade War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर वैश्विक व्यापार जगत में हलचल मचा दी है. उन्होंने ऐलान किया है कि बुधवार सुबह तक कम से कम 7 और देशों पर नए टैरिफ और व्यापारिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे. यह ऐलान उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर किया.
यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब एक दिन पहले ही ट्रंप ने 14 देशों को चेतावनी भरे पत्र भेजे थे कि अगर उन्होंने 1 अगस्त तक अमेरिका के साथ व्यापार समझौते नहीं किए तो उन्हें उच्च शुल्कों का सामना करना पड़ेगा.
ट्रंप का अगला बड़ा धमाका
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार रात Truth Social पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, 'हम बुधवार सुबह कम से कम 7 देशों के खिलाफ ट्रेड से जुड़ी नई घोषणाएं करेंगे और दोपहर तक और भी कई देशों के नाम जारी हो सकते हैं.'
ट्रंप के मुताबिक, ये सभी देश अमेरिका के साथ व्यापारिक समझौते करने में असफल रहे हैं और इसलिए अब उन पर अतिरिक्त शुल्क (Tariffs) लगाए जाएंगे.
14 देशों को पहले ही मिल चुका है अल्टीमेटम
ट्रंप ने सोमवार को 14 देशों को औपचारिक चेतावनी देते हुए पत्र जारी किए थे. इन पत्रों में उन्होंने लिखा था कि अगर ये देश 1 अगस्त 2025 तक अमेरिका के साथ व्यापारिक समझौते नहीं करते, तो उन्हें दोगुने से भी ज्यादा टैरिफ का सामना करना पड़ेगा.
इसमें म्यांमार और लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक पर सबसे ज़्यादा 40 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया. नए व्यापार उपाय 1 अगस्त से लागू होंगे. इतना ही नहीं, ट्रंप ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि अगर कोई देश जवाबी कार्रवाई में अपने टैरिफ बढ़ाता है तो अमेरिका उससे भी ज़्यादा टैरिफ लगाएगा.
डील नहीं, धमकी ज्यादा!
ट्रंप के ये पत्र फिलहाल कोई आधिकारिक ट्रेड एग्रीमेंट नहीं हैं. लेकिन यह साफ है कि वह खुद को वैश्विक व्यापार वार्ताओं के केंद्र में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं.
इस रणनीति से जहां अमेरिका के कुछ मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को फायदा मिल सकता है, वहीं आर्थिक जानकारों का मानना है कि इससे वैश्विक व्यापार में अस्थिरता आएगी और अमेरिका समेत कई देशों को मंदी (Recession) का खतरा बढ़ सकता है.
व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लीविट ने कहा, 'ट्रंप व्यक्तिगत तौर पर हर देश के लिए टैरिफ रेट तय कर रहे हैं और प्रत्येक के लिए कस्टमाइज ट्रेड प्लान बना रहे हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि ट्रंप पहले सोशल मीडिया पर इन पत्रों को जारी करते हैं और उसके बाद ही औपचारिक प्रक्रियाएं होती हैं जो पारंपरिक कूटनीति से बिल्कुल उलट है.
क्या है ट्रंप की रणनीति?
ट्रंप मानते हैं कि ये टैरिफ अमेरिका की घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देंगे और हाल ही में किए गए टैक्स कट्स के लिए जरूरी राजस्व जुटाने में मदद करेंगे.
हालांकि उन्होंने सभी देशों को मोलभाव और बातचीत के लिए खुला दरवाज़ा रखने की भी बात कही है. लेकिन फिलहाल यह स्पष्ट है कि वैश्विक व्यापार नीति को लेकर अनिश्चितता और तनाव बढ़ने वाला है.
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