अब अमेरिका नहीं जा सकेंगे इन 12 देशों के नागरिक, डोनाल्ड ट्रम्प ने क्यों लिया ये बड़ा फैसला?
US Entry Ban 12 Countries: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से विवादास्पद ट्रैवल बैन पॉलिसी को लागू कर दिया है. उन्होंने 12 देशों के नागरिकों पर अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है, जो सोमवार से लागू होगा. इसके अलावा बुरुंडी, क्यूबा, लाओस और वेनेजुएला जैसे देशों के लिए भी वीज़ा नियम कड़े कर दिए गए हैं.

US Entry Ban 12 Countries: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. उन्होंने ट्रैवल बैन पॉलिसी को एक बार फिर से लागू कर दिया है. बुधवार रात को उन्होंने एक नया कार्यकारी आदेश साइन किया, जिसके तहत 12 देशों के नागरिकों पर अमेरिका में प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. यह आदेश सोमवार की सुबह 12:01 बजे से प्रभावी होगा.
किन देशों पर लगा बैन?
नए प्रतिबंध के तहत जिन 12 देशों के लोगों पर अमेरिका में प्रवेश की रोक लगाई गई है, वे हैं:
- अफगानिस्तान
- म्यांमार (बर्मा)
- चाड
- कांगो
- इक्वेटोरियल गिनी
- इरीट्रिया
- हैती
- ईरान
- लीबिया
- सोमालिया
- सूडान
- यमन
इसके अलावा बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला के नागरिकों के लिए अमेरिका में प्रवेश के नियमों को और कड़ा किया गया है.
डोनाल्ड ट्रम्प ने क्यों लिया ये बड़ा फैसला?
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने वीडियो मैसेज में कहा, 'मुझे अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और इसके नागरिकों की रक्षा के लिए यह कदम उठाना पड़ा. हम उन लोगों को नहीं आने देंगे जिन्हें हम सही तरीके से जांच नहीं सकते.'
उन्होंने हाल ही में कोलोराडो के बोल्डर शहर में हुए आतंकी हमले का हवाला देते हुए कहा कि इससे यह साबित होता है कि अमेरिका को विदेशी नागरिकों की ठीक से जांच के बिना एंट्री की अनुमति नहीं देनी चाहिए.
विश्व कप और ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ी रहेंगे छूट में
हालांकि, ट्रम्प के नए आदेश में 2026 फीफा वर्ल्ड कप और 2028 लॉस एंजेलेस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले विदेशी खिलाड़ियों को इस बैन से छूट दी गई है.
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के लिए वीज़ा भी बैन
ट्रम्प ने इसी दिन एक और बड़ा फैसला लेते हुए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई शुरू करने वाले विदेशी छात्रों पर वीज़ा बैन का ऐलान किया. उन्होंने हार्वर्ड को लिबरल गढ़ बताते हुए कहा कि यहां पढ़ाई करने के नाम पर गलत मानसिकता वाले लोग अमेरिका आ रहे हैं.
2017 के मुस्लिम बैन से तुलना
इस फैसले की तुलना ट्रम्प के 2017 के मुस्लिम बैन से की जा रही है, जिसमें कई मुस्लिम-बहुल देशों के नागरिकों पर अमेरिका में एंट्री पर रोक लगाई गई थी. उस बैन को लेकर काफी विवाद हुआ था और कानूनी चुनौती भी मिली थी. अब ट्रम्प फिर से वैसी ही नीति पर चल रहे हैं.
वेनेजुएला का तीखा पलटवार
ट्रंप के इस फैसले के खिलाफ वेनेजुएला ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। देश के आंतरिक मंत्री दियोसदादो काबेलो ने कहा, 'अमेरिका अब एक ख़तरनाक देश बन चुका है, जहां जाना किसी के लिए भी जोखिम भरा हो सकता है, सिर्फ वेनेजुएलावासियों के लिए नहीं.'
कानूनी चुनौती की संभावना
कई कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रम्प के इस नए ट्रैवल बैन को भी अदालतों में चुनौती दी जा सकती है, जैसा कि पहले हुआ था. डोनाल्ड ट्रम्प का यह नया ट्रैवल बैन अमेरिका में एक बार फिर राजनीतिक, कानूनी और सामाजिक बहस को जन्म दे सकता है. जहां एक ओर ट्रंप इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ते हैं, वहीं आलोचकों के मुताबिक यह कदम संविधान और मानवाधिकारों के खिलाफ जा सकता है.
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