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प्रेसिडेंट ट्रम्प ने अमेरिका में कॉलेजों और यूनिवर्सिटी को फंडिग रोकने क्यों दे डाली धमकी?

Donald Trump warned US colleges and universities: अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी कि आंदोलनकारियों को जेल भेजा जा सकता है या अगर वो बाहर से पढ़ने आए हैं तो उन्हें निर्वासित किया जा सकता है. वहीं अमेरिकी छात्रों को ऐसा करने पर पर निष्कासित या गिरफ्तार किया जा सकता है.

Donald Trump warned US colleges and universities: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प शपथ लेने के बाद से ही फुल एक्शन में दिख रहे हैं. अब उन्होंने अपने देश में ही कॉलेजों और यूनिवर्सिटी को अलर्ट कर दिया है. ट्रम्प ने साफ तौर पर कहा है कि अगर कॉलेजों, स्कूलों और यूनिवर्सिटी ने अपने छात्रों को अवैध विरोध प्रदर्शन की अनुमति दी तो उन्हें दी जा रही संघीय फंडिंग को बंद कर दी जाएगी. 

ट्रम्प ने चेतावनी दी कि आंदोलनकारियों को कारावास या निर्वासन का सामना करना पड़ेगा, जबकि अमेरिकी छात्रों को उनके कार्यों की गंभीरता के आधार पर निष्कासित या गिरफ्तार किया जा सकता है. 

कॉलेज और यूनिवर्सिटी पर ट्रम्प का एक्शन 

ट्रम्प ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखा, 'किसी भी कॉलेज, स्कूल या यूनिवर्सिटी को मिलने वाली सभी संघीय फंडिंग बंद कर दी जाएगी, जो अवैध विरोध प्रदर्शन की अनुमति देता है. आंदोलनकारियों को जेल में डाल दिया जाएगा या उन्हें हमेशा के लिए उस देश में वापस भेज दिया जाएगा, जहां से वे आए थे. अमेरिकी छात्रों को हमेशा के लिए निष्कासित कर दिया जाएगा या अपराध के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.'

ट्रम्प ने पहले ही लिंग और नस्ल संबंधी शिक्षाओं के कारण अमेरिकी कॉलेजों, स्कूलों और यूनिलर्सिटी की फंडिग रोकने, लड़कियों के खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों को अनुमति देने या कोविड-19 वैक्सीन अनिवार्यता लागू करने की चेतावनी दी थी. ट्रम्प ने अमेरिकी शिक्षा प्रणाली में व्यापक परिवर्तन करने का वादा किया है, जिसमें शिक्षा विभाग को समाप्त करना और राज्यों को पाठ्यक्रम पर पूर्ण नियंत्रण देना शामिल है.

पिछले साल हुए प्रदर्शन पर सरकार सख्त

पिछले साल गाजा में इजरायल के युद्ध के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद अमेरिकी सरकार ने सोमवार को कहा कि वह यहूदी छात्रों की सुरक्षा में कथित रूप से विफल रहने के कारण न्यूयॉर्क के कोलंबिया यूनिवर्सिटी के साथ 50 मिलियन डॉलर से अधिक के अनुबंधों को रद्द करने पर विचार कर रही है. 

विरोध प्रदर्शनों के कारण उच्च शिक्षा के नेताओं पर कांग्रेस की गहन जांच हुई, जिसमें सवाल उठाया गया कि क्या यहूदी विरोधी भावना के आरोपों के बीच यहूदी छात्रों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाय किए गए हैं. 

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