यूट्यूब क्रिएटर्स को स्टार बनाने वाली सुसान वोज्स्की का निधन, इनके छोटे से गैराज से शुरू हुआ था गूगल का सफर
Susan Wojcicki death: Google और Youtube में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाली सुसान वोज्स्की का निधन हो गया. उनके रहते ही यूट्यूब ने एक नया मुकाम हासिल किया. उनके एक छोटे से गैराज से ही गूगल ने अपना सफर शुरू किया था.

Susan Wojcicki death: दुनिया भर के छोटे क्रिएटर्स को स्टार बनाने की यूट्यूब की खोज करने वाली सुसान वोज्स्की अब इस दुनिया में नहीं रही. कैंसर से जंग लड़ते हुए 56 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली. वह 2014 से फरवरी 2023 तक गूगल की सीईओ थी. वह सिलिकॉन वैली की सबसे प्रमुख महिलाओं में से एक हैं. उनका नाम हमेशा Google के साथ जुड़ा रहेगा.
गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक बयान में कहा, 'वह गूगल के इतिहास में किसी भी अन्य की तरह ही महत्वपूर्ण हैं, और उनके बिना दुनिया की कल्पना करना कठिन है.'
सुसान वोज्स्की के छोटे से गैराज से शुरू हुआ था गूगल का सफर
बता दें कि जब लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने Google बनाने का फैसला लिया था, तो उन्होंने 1998 में वोज्स्की के गैराज में 1,700 डॉलर प्रति माह के हिसाब से जगह किराए पर ली. उस समय वह इंटेल में मार्केटिंग विभाग में काम कर रही थीं और उन्हें बंधक ऋण चुकाना था. बाद में कंपनी कंपनी 1999 में कैलिफोर्निया के पालो ऑल्टो में एक वास्तविक कार्यालय में चली गई.
Google और Youtube में वोज्स्की का योगदान
1999 में ही वोज्स्की Google की 16वीं कर्मचारी बन गई. वोज्स्की और सर्गेई ब्रिन के बीच संबंध तब और बढ़ गए जब उन्होंने 2007 में उनकी बहन ऐनी से शादी कर ली. हालांकि बाद में 2015 में उनका तलाक हो गया. 2006 में गूगल ने यूट्यूब को खरीदा. उसके तुरंत बाद वोज्स्की ने वीडियो प्लेटफॉर्म को युवाओं के बीच दुनिया के सबसे पसंदीदा वर्चुअल स्थलों में से एक बनाने में मदद की.
सुसान वोज्स्की के कार्यकाल में YouTube के क्रिएटर प्रोग्राम का महत्वपूर्ण विस्तार हुआ, जिससे क्रिएटर्स को अपने काम से कमाई करने में मदद मिली. उनके कार्यकाल के दौरान ही YouTube ने Google के मुनाफे में इज़ाफा करना शुरू किया. 2018 की चौथी तिमाही में जब Google ने YouTube के वित्तीय आंकड़े पहली बार जारी किए थे, तब इसका राजस्व 3.6 बिलियन डॉलर था, जो 2022 की चौथी तिमाही में लगभग 8 बिलियन डॉलर हो गया.
कई विवादों से सुसान वोज्स्की ने कंपनी को उबारा
वोज्स्की ने वीडियो प्लेटफॉर्म पर कंटेंट मॉडरेशन से जुड़े विवादों, बाइटडांस की टिकटॉक जैसी सेवाओं से उत्पन्न नए प्रतिस्पर्धी खतरों और डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति रहते हुए कई कठिन दौर से भी कंपनी को पार कराया. ट्रम्प के व्हाइट हाउस के दिनों में, प्लेटफ़ॉर्म को चरमपंथ, गलत सूचना और बाल सुरक्षा से जुड़े मुद्दों से निपटना पड़. 2017 में कई विज्ञापनदाताओं ने साइट का बहिष्कार किया लेकिन वोज्स्की विज्ञापनदाताओं को वापस जीतने में सफल रहे.
सीईओ के पद से हटते हुए उन्होंने भारतीय मूल के नील मोहन को उत्तराधिकारी बनाया, जिनके माता-पिता लखनऊ से हैं. मोहन गूगल में डिस्प्ले और वीडियो विज्ञापनों के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में काम करने के बाद 2015 में यूट्यूब में शामिल हुए थे.
वोज्स्की के परिवार के सिलिकॉन वैली और बे एरिया से गहरे संबंध हैं. उनकी बहन ऐनी वोज्स्की पर्सनल जीनोमिक्स कंपनी 23एंडमी की सीईओ हैं. उनकी दूसरी बहन जेनेट कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में बाल रोग की प्रोफेसर हैं जबकि उनकी मां एस्तेर एक प्रसिद्ध शिक्षिका हैं.