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क्या ईरान-इजरायल युद्ध में अमेरिका की होगी एंट्री? राष्ट्रपति ट्रम्प का रणनीति पर बड़ा खुलासा, वर्ल्ड वार की ओर दुनिया

Iran Israel Tension: इज़रायल और अमेरिका दोनों ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं. इसके लिए अमेरिका के पास विशेष MOP बम है, जिसे केवल B-2 स्टेल्थ बॉम्बर से गिराया जा सकता है. अगर ऐसा हुआ तो अमेरिका का इस जंग में सीधा प्रवेश तय है. इस बीच अमेरिका ने हिंद महासागर में दो एयरक्राफ्ट कैरियर और छह B-2 बॉम्बर्स तैनात कर दिए हैं.

Iran Israel Tension: ईरान और इज़रायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच अब अमेरिका भी खुलकर मैदान में उतर आया है, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने अमेरिका को भारी नुकसान भुगतने की चेतावनी दी, तो इसके कुछ घंटे बाद ही अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा कि वह ईरान पर हमला करेंगे या नहीं, इसका फैसला कोई नहीं जानता.

ईरान और इज़रायल युद्ध से अब तक के 10 बड़े UPDATE:

1. ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने कहा कि अगर अमेरिका ने ईरान-इज़रायल मामले में दखल दिया तो उसे भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि ईरान कभी हार नहीं मानेगा.

2. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह ईरान पर हमला करेंगे या नहीं, ये अभी तय नहीं है. उन्होंने कहा, 'मैं कर सकता हूं या नहीं भी कर सकता - कोई नहीं जानता.'

3. इज़रायल लगातार अमेरिका के संपर्क में है और दोनों इस बात पर सहमत हैं कि ईरान के पास किसी भी हालत में परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए.

4. ईरान के कुछ न्यूक्लियर ठिकाने इतने गहरे या पहाड़ों के भीतर हैं कि उन्हें नष्ट करने के लिए अमेरिका के पास विशेष 'बंकर बस्टर' बम है.

5. Massive Ordnance Penetrator (MOP) नाम का यह बम दुनिया का सबसे ताकतवर गैर-परमाणु बम है, जो गहरे ठिकानों को नष्ट करने में सक्षम है. इसे सिर्फ B-2 Stealth Bomber से गिराया जा सकता है.

6. B-2 Spirit Stealth Bomber ही एकमात्र विमान है जो इस बम को ले जा सकता है. इससे साफ हो जाएगा कि अमेरिका ने इस युद्ध में खुलकर एंट्री कर ली है.

7. अगर अमेरिका यह बम गिराता है तो उसकी 'शांति दूत' की छवि को नुकसान पहुंचेगा. ट्रंप की छवि एक 'डील मेकर' की है, जो युद्ध के बजाय बात करने में यकीन रखते हैं.

8. ट्रंप सरकार ने पहले ही USS Carl Vinson और USS Harry S Truman कैरियर्स के साथ 6 B-2 बमवर्षक हिंद महासागर के डिएगो गार्सिया बेस पर तैनात कर दिए हैं.

9. ईरान 60% शुद्धता तक यूरेनियम बना चुका है, जबकि परमाणु हथियार बनाने के लिए 90% शुद्धता की जरूरत होती है.अमेरिका और इज़रायल इसे रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं.

10. अमेरिका के मिडिल ईस्ट विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने कहा कि ईरान को परमाणु बम का ख्याल ही छोड़ देना चाहिए. ट्रंप ने भी इसे पूरी तरह समर्थन दिया है.

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