BREAKING:
'बंगाल में भी जीतने जा रहे हैं हम', BJP के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन ने बता दिया अपना मास्टरप्लान       800 साड़ियां या स्मार्ट स्ट्रैटेजी! Bigg Boss 19 था Tanya Mittal का बिजनेस मिशन, खुला गई सारी पोल-पट्टी       भारत में हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम कर सकते हैं Employee! नए labour codes में रास्ता साफ, लेकिन पूरे करने होंगे ये एक शर्त       Aaj Ka Rashifal 15 December 2025: करियर, प्यार और पैसों को लेकर कैसा रहेगा आपका दिन? जानिए पूरा राशिफल       'भारत में आतंकवाद के प्रति है ज़ीरो टॉलरेंस', ऑस्ट्रेलिया के Bondi Beach पर हुए आतंकी हमले की PM Modi ने की निंदा, अब तक 12 की मौत       क्यों जरूरी हैं पहाड़? पर्वतारोहण का है सपना तो जान लें चढ़ाई से पहले ये नियम और जरूरी दस्तावेज       नितिन नवीन कौन है, जिन्हें बनाया गया BJP का नया राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष? बिहार से है गहरा नाता       केरल में NDA का धमाका और LDF को करारा झटका! 2026 विधानसभा चुनाव से पहले BJP की जीत कितना रखती है मायने?       हैदराबाद में मेसी का जादू, रेवंत रेड्डी के साथ खेली फुटबॉल, गोल से गूंजा स्टेडियम, देखें VIDEO       John Cena Net Worth: WWE के GOAT जॉन सीना ने कहा अलविदा, जानिए कितने नेट वर्थ के साथ छोड़ी रिंग      

Guru Purnima 2024: इस बार कब है गुरु पूर्णिमा? बन रहा है शुभ संयोग, जानिए सनातन में गुरु का महत्व और कृपा

Guru Purnima 2024: भगवान तक पहुंचने का रास्ता भी मनुष्य को गुरु ही बताते हैं. ऐसे में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है. इस बार इस दिन को बेहद खास संयोग बन रहा है. इस साल गुरु पूर्णिमा के दिन सर्वार्थ सिद्धि का योग बन रहा है. जानिए इस बार कब है गुरु पूर्णिमा.

Guru Purnima 2024: सनातन धर्म में भगवान से भी ऊपर गुरु को दर्जा दिया गया है. इसलिए कहा भी गया है- 'करता करे ना कर सके, गुरु करे सब होय; सात द्वीप नौ खंड में गुरु से बड़ा न कोय।।' भगवान तक पहुंचने का रास्ता भी मनुष्य को गुरु ही बताते हैं. ऐसे में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है. इस दिन अपने गुरु की शास्त्र के अनुसार पुजा की जाती है और उनका आशीर्वाद लिया जाता है. गुरु पूर्णिमा के बाद से ही सावन शुरु हो जाता है और इस बार सावन भी सोमवार के व्रत के साथ ही शुरु होने वाला है.  

कहा जाता है कि जिनके पास उनके गुरु होते हैं. वो इस जीवन रुपी नैया ही नहीं, जीवन के बाद के भवसागर को भी पार कर लेता है और भगवान को प्राप्त कर लेता है. इतना बड़ा महत्व है गुरु का. गुरु तो वो तत्व हैं, जो सागर की लहरों को भी अपने शिष्य के लिए मोड़ देते हैं. गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इसी दिन महर्षि वेदव्यास जी का जन्म हुआ था. जिन्होंने महाकाव्य महाभारत की रचना की थी. इस साल की गुरु पूर्णिमा के दिन शुभ योग बन रहा है. 

कब है गुरु पूर्णिमा

हिन्दी पंचांग के मुताबिक, आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 20 जुलाई को शाम 5 बजकर 59 मिनट से होगी. वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 21 जुलाई को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट से होगा. सनातन धर्म में उदया तिथि का अधिक महत्व है. ऐसे में गुरु पूर्णिमा का पर्व 21 जुलाई को मनाया जाएगा. इस दिन शिष्यों में अपने गुरु को लेकर खासा उल्लास देखने को मिलता है. वो प्यार से अपने गुरु की पुजा करते हैं और ढेर सारे पकवान से उन्हें भोग भी लगाते हैं. 

गुरु पूर्णिमा के दिन बन रहा है शुभ संयोग

गुरु पूर्णिमा के दिन इस साल सर्वार्थ सिद्धि का योग बन रहा है. सर्वार्थ सिद्धि योग एक विशिष्ट प्रकार का योग है. जो सप्ताह के किसी विशेष दिन कुछ नक्षत्रों के पड़ने पर बनता है. इन नक्षत्रों का संयोग नए कार्यों या व्यवसाय को करने के लिए शुभ माना जाता है. इस शुभ योग्य मे अगर गुरु का आशीर्वाद लिया जाए तो गुरु महाराज का आशीर्वाद अनेको अनेक फल देता है.

ये भी देखिए: Tulsi Puja Niyam: रविवार को तुलसी के पास भूलकर भी न जलाए दीपक, जानिए दीपक जलाने का क्या है शुभ समय?