Vikram Misri: कौन हैं विक्रम मिसरी? जिसे पीएम मोदी ने बनाया भारत का नया विदेश सचिव, उपलब्धि जानकर हो जायेंगे हैरान
भारत के नए विदेश सचिव विक्रम मिसरी के नाम कई बड़ी उपलब्धि है. राजनयिक के रूप में उनका अनुभव काफी लंबा है. आईए हम यहां एक नजर डालते हैं, उनके राजनयिक सफर पर और जानते हैं कि उनके नाम कौन- कौन सी उपलब्धि है.

Vikram Misri: भारत की नरेंद्र मोदी सरकार ने विक्रम मिसरी को नया विदेश सचिव नियुक्त करने की घोषणा की है. आज जारी एक आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि मिसरी को 15 जुलाई से इस पद पर नियुक्त किया गया है. विक्रम मिसरी, विनय मोहन क्वात्रा की जगह लेंगे, जिन्हें इस साल मार्च में छह महीने का सेवा विस्तार दिया गया था.
कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में डिप्टी एनएसए मिसरी की 15 जुलाई से विदेश सचिव के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. आदेश में डिप्टी एनएसए के रूप में मिसरी के कार्यकाल में कटौती को भी मंजूरी दी गई है.
कौन है विक्रम मिसरी? जिसपर मोदी ने जताया भरोसा
विक्रम मिसरी 1989 बैच के भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं. मिसरी पहले भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. वे विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय दोनों में काम कर चुके हैं. मिसरी जनवरी 2019 से दिसंबर 2021 तक चीन में भारत के राजदूत के तौर पर भी काम किया है. वे स्पेन और म्यांमार में भी राजदूत रह चुके हैं.
विक्रम मिसरी को 1 जनवरी, 2022 से उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) के रूप में नियुक्त किया गया था. मिसरी प्रधान मंत्री इंद्र कुमार गुजराल, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के निजी सचिव थे.
विक्रम मिसरी ने यूरोप, अफ्रीका, एशिया और उत्तरी अमेरिका में विभिन्न भारतीय मिशनों में भी काम किया है. मिसरी का जन्म 7 नवंबर, 1964 को भारत के श्रीनगर में हुआ था. वह नवंबर 1996 से अप्रैल 1997 तक आईके गुजराल की सरकार के दौरान भारत के विदेश मंत्री के कार्यालय में अवर सचिव थे. बाद में, उन्होंने अप्रैल 1997 से मार्च 1998 तक आईके गुजराल के निजी सचिव के रूप में कार्य किया.
उन्होंने अप्रैल 1998 से अगस्त 2000 तक विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान डेस्क के लिए अवर सचिव/उप सचिव के रूप में कार्य किया था.
मिसरी नवंबर 2006 से सितंबर 2008 तक तत्कालीन विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी के अधीन भारत के विदेश मंत्री के कार्यालय के निदेशक थे.
विक्रम मार्च 2012 से अक्टूबर 2012 तक पीएमओ में संयुक्त सचिव थे और बाद में अक्टूबर 2012 से मई 2014 तक तत्कालीन प्रधान मंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निजी सचिव थे.
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