लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को लगा एक और झटका, इंदौर के इस बड़े नेता ने परचा लिया वापस, BJP में हुए शामिल
मध्य प्रदेश के लोकसभा क्षेत्र इंदौर में 25.13 लाख लोगों को मताधिकार हासिल है. इस सीट से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के बड़े नेता अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया और बीजेपी में शामिल हो गए हैं.

दो चरणों का लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुका है. तीसरे चरण के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. दरअसल, इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. इतना नहीं, इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
मध्य प्रदेश के मंत्री और बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने एक्स पर पोस्ट कर अक्षय कांति बम के बीजेपी में शामिल होने की जानकारी दी. कैलाश विजयवर्गीय ने पोस्ट करते हुए लिखा, 'इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार अक्षय कांति बम का बीजेपी में स्वागत है.' प्रदेश में सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र इंदौर में 25.13 लाख लोगों को मताधिकार हासिल है. यहां से बीजेपी ने इस बार आठ लाख मतों के अंतर से जीत का नारा दिया है.
पिछले 35 साल से इंदौर लोकसभा सीट पर जीत की राह देख रही कांग्रेस ने इस बार नये-नवेले चेहरे अक्षय बम (45) को अपना उम्मीदवार बनाया था. उनती भिड़त बीजेपी के निवर्तमान सांसद शंकर लालवानी (62) से होनी थी. इस क्षेत्र में बीजेपी काफी मजबूत स्थिति में रही है. लालवानी, इंदौर नगर निगम के सभापति और इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
अक्षय कांति बम पेशे से कारोबारी हैं और उनका परिवार शहर में प्राइवेट यूनिवर्सिटी का संचालन करता है. अक्षय जैन समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. इस समुदाय के इंदौर लोकसभा क्षेत्र में करीब दो लाख मतदाता हैं. बम ने अपने राजनीतिक करियर में अब तक एक भी चुनाव नहीं लड़ा है. बम ने 2023 के विधानसभा चुनावों में इंदौर-4 सीट से टिकट की दावेदारी की थी, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया था.
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में इंदौर में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था. इंदौर में किसी सीट पर कांग्रेस को जीत नहीं मिली थी. इससे पहले सूरत सीट पर भी ऐसा ही कुछ हुआ था, जहां बीजेपी उम्मीदवार को निर्विरोध जीत मिल गई थी.