डिलीवरी बॉय बनकर आए बदमाश! ज्वेलरी शोरूम से दिनदहाड़े ले उड़े 20 किलो चांदी और 125 ग्राम सोना
गाजियाबाद के लिंक रोड इलाके में दो बदमाश डिलीवरी बॉय बनकर ज्वेलरी शोरूम में घुसे और 20 किलो चांदी व 125 ग्राम सोना लूटकर फरार हो गए. इससे पहले कवि नगर में भी ₹1.5 करोड़ की लूट हो चुकी है, जिसमें एक आरोपी एनकाउंटर में पकड़ा गया.

Ghaziabad Jewellery Robbery: गाजियाबाद के लिंक रोड थाना क्षेत्र में गुरुवार दोपहर उस समय सनसनी फैल गई जब दो अज्ञात बदमाश दिनदहाड़े एक ज्वेलरी शोरूम में लूट को अंजाम देकर फरार हो गए. दोनों आरोपी डिलीवरी बॉय के वेश में आए थे और दुकान के कर्मचारी को डराकर करीब 20 किलो चांदी और 125 ग्राम सोने के जेवरात लेकर फरार हो गए.
डिलीवरी का बहाना बनाकर घुसे और कर दी लूट
घटना दोपहर करीब 3:30 बजे की है, जब लिंक रोड इलाके के एक ज्वेलरी शोरूम में दो युवक पार्सल देने के बहाने घुसे. जैसे ही वे अंदर पहुंचे, उन्होंने दुकान कर्मचारी को धमकाया और जेवरात समेटने लगे. पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है.
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पटेल ने बताया, 'दो अज्ञात लोगों ने दुकान में घुसकर कर्मचारी को धमकाया और लूटपाट की. पुलिस की 6 टीमें इस केस को सुलझाने में लगी हैं. सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है.'
पहले भी हुई थी करोड़ों की लूट
इससे पहले भी गाजियाबाद के कवि नगर क्षेत्र में करीब 1.5 करोड़ रुपये की लूट का मामला सामने आया था. इस केस में एक आरोपी जितेंद्र को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था. जानकारी के अनुसार, 29 और 30 जून की रात डाइमंड तिराहे के पास पुलिस जांच कर रही थी तभी एक संदिग्ध कार को रोकने की कोशिश की गई.
कार एक पेड़ से टकरा गई और आरोपी भागने की कोशिश करते हुए पुलिस पर फायरिंग करने लगा. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें आरोपी घायल हो गया। मौके से एक पिस्तौल, कारतूस और अन्य सामान बरामद हुआ.
पुलिस अलर्ट मोड में, जांच जारी
पुलिस का कहना है कि लिंक रोड में हुई ताजा वारदात को गंभीरता से लिया गया है और आरोपी जल्द ही गिरफ्त में होंगे. दोनों मामलों में पुलिस का कहना है कि बदमाशों के तार किसी बड़े गिरोह से जुड़े हो सकते हैं.
गाजियाबाद में लगातार हो रही इस तरह की लूट की वारदातों ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच में जुटी है.
ये भी देखिए: PM मोदी के नाम एक और रिकॉर्ड इतिहास में दर्ज! इंदिरा गांधी तक को छोड़ा पीछे