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EXIT POLLS: 27 साल का वनवास हो सकता है खत्म, दिल्ली में BJP का खिलेगा कमल! AAP को तगड़ा झटका तो कांग्रेस का सूपड़ा साफ

EXIT POLLS: अधिकांश एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि भाजपा दिल्ली में अपनी हार का सिलसिला तोड़ देगी और आप के विजय रथ को रोक देगी, जो राष्ट्रीय राजधानी में तीसरे कार्यकाल की उम्मीद कर रही.

EXIT POLLS:  दिल्ली चुनाव के लिए वोटिंग खत्म हो चुकी है और एग्जिट पोल के दावों ने दिल्ली की सत्ता को पलटकर रख दिया है. बुधवार को संपन्न हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में अधिकांश एग्जिट पोल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की भारी जीत और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए बड़ा उलटफेर होने का अनुमान लगाया है तो कांग्रेस का खाता खुलता एक बार फिर मुश्किल दिख रहा. 

एग्जिट पोल सर्वेक्षणों में दिल्ली में 27 के बाद भगवा पार्टी की वापसी की भविष्यवाणी की गई है, जबकि आप को झटका लग सकता है और वह इस बार सत्ता से बाहर हो सकती है. पांच एग्जिट पोल के औसत से पता चलता है कि भाजपा को 39-49 सीटें मिल सकती हैं, आप को 21-31 सीटें मिल सकती हैं, कांग्रेस को 0-1 सीट मिल सकती है जबकि अन्य पार्टियां अपना खाता भी नहीं खोल पाएंगी. 

यहां मतगणना 8 फरवरी को होनी है. हालांकि, पिछले चुनावों से पता चला है कि एग्जिट पोल अक्सर गलत साबित होते हैं और सर्वेक्षणकर्ताओं के पूर्वानुमानित आंकड़ों पर पूरी तरह से संदेह हो सकती है. 

भाजपा के लिए क्या रहा कारगर?

एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों के विश्लेषण से पता चलता है कि कांग्रेस ने मुसलमानों और दलितों के बीच AAP के समर्थन आधार को नुकसान पहुंचाया है, जिससे भाजपा को मदद मिली है. अगर नतीजे सही साबित होते हैं, तो यह झुग्गी बस्तियों और अनधिकृत कॉलोनियों में भाजपा की पैठ को भी दर्शाता है. ये दो स्तंभ हैं, जिन्होंने 2015 और 2020 में AAP को जीतने में मदद की थी. 

इसके अलावा भाजपा और पीएम मोदी की ओर से लगातार 'आप' पर कथित शराब नीति घोटाले को लेकर जोरदार हमले, जिसके कारण पार्टी के कई शीर्ष नेताओं को जेल जाना पड़ा और शीश महल विवाद मतदाताओं के बीच गूंजता रहा.

आरोप लगे कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री रहते हुए कोविड महामारी के दौरान अपने आधिकारिक आवास के नवीनीकरण के लिए आलीशान फिटिंग पर करोड़ों खर्च किए थे, जिसने जनता में पार्टी की छवि खराब की. 

वहीं बीजेपी की केंद्र सरकार ने हाल में ही बजट पेश किया जिसमें मिडिल क्लास को टैक्स में 12( लाख से अधिक का छूट देना शामिल है. माना जाता है कि ये वेतनभोगी मिडिल क्लास बीजेपी के सबसे बड़े वोटर्स हैं. 

अगर दिल्ली जीती तो असर बिहार में भी

दिल्ली में भाजपा की जीत का असर बिहार में भी पड़ेगा, जहां इस साल के अंत में चुनाव होने हैं. पूर्वांचली एक शब्द जिसका इस्तेमाल पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को परिभाषित करने के लिए किया जाता है, दिल्ली के मतदाताओं का एक तिहाई हिस्सा है और नतीजे पूर्वी राज्य के मतदाताओं के मूड को दर्शाएंगे.

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