फेक आधार और पैन कार्ड बना रहा ChatGPT! क्या यह साइबर क्राइम को दे रहा है दावत?
ChatGPT can generate fake Aadhaar, PAN cards: OpenAI के ChatGPT का GPT-4 मॉडल बड़े ही आसानी से महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट का फेक कॉपी निकाल सकता है. ये खबर बेहद चौंकाने वाला है. लोगों का सुरक्षा से खिलवाड़ हो सकता है और उनका फेक डॉक्यूमेंट बनाकर लोगों को निशाना बनाया जा सकता है.

ChatGPT can generate fake Aadhaar, PAN cards: OpenAI का ChatGPT का GPT-4 मॉडल लोगों का टेंशन बढ़ा रहा है. ये बेहद आसानी से लोगों के फेक आधार और पैन कार्ड बना सकता है, जिसका उपयोग ओरिजिनल डॉक्यूमेंट की तरह ही हो सकता है. ये साइबर क्रिमनल के लिए एक खुला प्लेटफॉर्म बन सकता है. कई मायनों में ये लोगों को काफी चुना भी लगा सकता है.
हाल में ही सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक यूजर ने पोस्ट शेयर किया, जिसमें उसने बताया कि प्रभावी और सटीक प्रॉम्प्ट देकर वे आसानी से फेक डॉक्यूमेंट बना सकते हैं. यूजर ने फेक आधार और पैन कार्ड की तस्वीर भी शेयर की, जो ChatGPT से बनाया गया था. यूजर ने बताया कि ChatGPT फेक आधार और पैन कार्ड तुरंत बना रहा है, जो एक गंभीर सुरक्षा जोखिम है. यही कारण है कि AI को एक हद तक नियंत्रित किया जाना चाहिए.
ChatGPT is generating fake Aadhaar and PAN cards instantly, which is a serious security risk.
This is why AI should be regulated to a certain extent.@sama @OpenAI pic.twitter.com/4bsKWEkJGr
पैन और आधार कार्ड के सिक्योरिटी फीचर्स-
पैन या आधार कार्ड के साथ जालसाजी करना कोई नई बात नहीं है. वे इन विशिष्ट डिजिटल पहचान पत्रों के साथ जालसाजी करने के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरणों का उपयोग करते रहे हैं. पैन 2.0 कार्ड में बेहतर सुरक्षा के लिए फोटोग्राफ, हस्ताक्षर, होलोग्राम और क्यूआर कोड भी होता है.
लेटेस्ट वर्जन में एडिशनल सिक्योरिटी के लिए एक माइक्रो चिप भी दिए गए हैं. इसी तरह आधार कार्ड में छेड़छाड़-रोधी क्यूआर कोड, होलोग्राम, माइक्रोटेक्स्ट, गिलोच पैटर्न और उभरा हुआ आधार लोगो भी शामिल है. फर्जी चैटजीपीटी द्वारा बनाए गए आधार और पैन कार्ड में इनमें से कोई भी एंटी-फ्रॉड फीचर दिखाई नहीं देता है.
AI की वजह से क्या है सिक्योरिटी प्रॉब्लेम-
एआई-जनरेटेड फेक पैन या आधार अपलोड करने पर या फिर आधिकारिक उपयोग करने समय अरचन आ सकती है, लेकिन लेकिन चैटजीपीटी-जनरेटेड नकली पैन कार्ड को अनजान लोगों द्वारा असली माना जा सकता है, जिससे स्कैमर्स के लिए उन्हें धोखा देना आसान हो जाता है.
उदाहरण के लिए, घोटालेबाज कई ऐसे लोगों को ठग सकते हैं, जिनके पास पहचान पत्र सत्यापित करने में मदद करने वाले संसाधनों तक पहुंच नहीं हो सकती.
दूसरी सबसे बड़ी चिंता चैटजीपीटी और अन्य जनरेटिव AI टूल की उन लोगों की फोटोरीलिस्टिक तस्वीर बनाने की क्षमता हो सकती है जो वास्तव में मौजूद ही नहीं हैं. यह शायद जनरेटिव AI चैटबॉट और पारंपरिक तस्वीर एडिटर्स के बीच सबसे उल्लेखनीय अंतर है.
यह घटना दिखाती है कि जनरेटिव AI डिवाइस स्कैमर्स को अपने पीड़ितों को ठगने के लिए आसान साधन प्रदान कर सकते. उनके उपयोग में आसानी से लगभग कोई भी व्यक्ति नकली आईडी कार्ड बना सकता है.
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