रूस-चीन-भारत ने मिलाया हाथ तो ट्रंप के बदले तेवर, अब मोदी की तारीफ कर बोले- खास है हमारी दोस्ती, दोनों जल्द करेंगे बात
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना 'बहुत अच्छा दोस्त' बताते हुए भारत के साथ जल्द ट्रेड डील की उम्मीद जताई है. पीएम मोदी ने भी ट्रंप को सकारात्मक जवाब देते हुए कहा कि भारत-अमेरिका साझेदारी की असीम संभावनाएं खुलने वाली हैं. दोनों नेताओं की बातचीत से तनावपूर्ण रिश्तों में नई गर्माहट की उम्मीद है.

India US trade relations 2025: अमेरिका और भारत के रिश्तों में एक नया मोड़ आता दिख रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना 'बहुत अच्छा दोस्त' बताते हुए कहा है कि वे आने वाले हफ्तों में उनसे बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं. ट्रंप ने यह भी साफ किया कि उनकी सरकार भारत के साथ एक ट्रेड डील पर काम कर रही है, जिससे दोनों देशों को फायदा होगा.
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'मुझे पूरा यकीन है कि हमारी दोनों महान देशों के लिए एक सफल नतीजे पर पहुंचने में कोई मुश्किल नहीं होगी. मैं अपने बहुत अच्छे दोस्त प्रधानमंत्री मोदी से जल्द बात करने की उम्मीद करता हूं.'
पीएम मोदी का जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्रंप की पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'भारत और अमेरिका करीबी दोस्त और प्राकृतिक साझेदार हैं. मुझे विश्वास है कि हमारी ट्रेड बातचीत दोनों देशों की असीम संभावनाओं को उजागर करेगी. हमारी टीमें जल्द से जल्द इन चर्चाओं को पूरा करने पर काम कर रही हैं.'
India and the US are close friends and natural partners. I am confident that our trade negotiations will pave the way for unlocking the limitless potential of the India-US partnership. Our teams are working to conclude these discussions at the earliest. I am also looking forward… pic.twitter.com/3K9hlJxWcl
मोदी ने यह भी पुष्टि की कि वे जल्द ही ट्रंप से बात करेंगे और दोनों देशों के लोगों के लिए एक उज्जवल और समृद्ध भविष्य सुरक्षित करने के लिए मिलकर काम करेंगे.
ट्रंप का बदला लहजा
दिलचस्प बात यह है कि ट्रंप का भारत के प्रति रुख हाल के महीनों में काफी बदला है. कुछ समय पहले तक वे भारत की रूसी तेल खरीद पर सवाल उठा रहे थे और भारत की अर्थव्यवस्था को 'डेड' तक कह चुके थे. उन्होंने यहां तक कहा था कि अमेरिका ने भारत को 'चीन के हाथों खो दिया' क्योंकि पीएम मोदी ने SCO समिट में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी.
हालांकि, बाद में ट्रंप ने यू-टर्न लेते हुए मोदी को अपना 'अच्छा दोस्त' बताया. उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा मोदी का दोस्त रहूंगा. वे एक शानदार प्रधानमंत्री हैं. मुझे बस उनका यह कदम (रूसी तेल खरीद) पसंद नहीं है. लेकिन भारत और अमेरिका का रिश्ता खास है, इसमें चिंता की कोई बात नहीं है.'
ट्रेड वॉर और तनाव की पृष्ठभूमि
भारत और अमेरिका के बीच हाल के दिनों में तनाव उस समय बढ़ गया जब ट्रंप ने भारतीय सामानों पर लगभग 50% टैरिफ लगा दिए. उन्होंने यह कदम भारत की रूसी तेल खरीद पर अपनी नाराजगी जताने के लिए उठाया था.
भारत ने इन टैरिफ को 'अनुचित' करार दिया और सवाल उठाया कि जब चीन रूस से भारत से कहीं ज्यादा तेल खरीद रहा है, तो उसे ऐसी सज़ा क्यों नहीं दी जा रही.
ट्रंप और मोदी के बयानों से साफ है कि दोनों नेता एक-दूसरे के प्रति सकारात्मक संकेत भेज रहे हैं. अगर यह वार्ता सफल रही तो भारत-अमेरिका के बीच नई ट्रेड डील से न केवल दोनों देशों के आर्थिक रिश्ते मजबूत होंगे बल्कि वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को भी नई गति मिलेगी.
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