झांसी की वो रात जब घर की बहू ही बन गई हत्यारी, प्रेम, लालच और गोलियों की सनसनीखेज कहानी
Uttar Pradesh: 54 वर्षीय सुषीला देवी की हत्या के मामले में पुलिस ने उनकी बहू पूजा, पूजा की बहन कमला और कमला के प्रेमी अनिल वर्मा को गिरफ्तार किया है. हत्या की वजह ज़मीन और गहनों की लालच के साथ-साथ अवैध रिश्तों की उलझन थी.

Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के झांसी ज़िले के एक शांत से गांव 'कुम्हरिया' में 24 जून की सुबह जब लोग नींद से जागे तो उन्हें नहीं पता था कि एक घर में ऐसा खून हुआ है जो सिर्फ इंसान को नहीं, रिश्तों की आत्मा को भी मार गया है.
ये सिर्फ एक हत्या नहीं थी बल्कि इसमें छिपी थी लालच, अवैध रिश्तों और गोलियों की वहशत भरी दास्तान, जिसमें बहू ने बहन और प्रेमी के साथ मिलकर अपनी सास को मार डाला.
बहू ने बनाया हत्या का ब्लूप्रिंट
54 वर्षीय सुशीला देवी एक विधवा और पूरे परिवार की मुखिया थीं. उनके घर में दो बेटे थे – दोनों की मौत हो चुकी थी. बड़ी बहू रागिनी तो पहले ही ससुराल छोड़कर मायके जा चुकी थी लेकिन छोटी बहू पूजा वहीं रह रही थी. यहीं से शुरू होती है झांसी की सबसे चौंकाने वाली कहानी.
पति की मौत के बाद पूजा ने अपने देवर कल्याण सिंह से संबंध बनाए और उसके निधन के बाद छोटे देवर संतोष सिंह से. जो पहले से शादीशुदा था. इस रिश्ते से पूजा को एक बेटी भी हुई लेकिन रागिनी ने इस रिश्ते का विरोध किया और मायके चली गई.
पूजा अब घर की मुख्य निर्णयकर्ता बन चुकी थी. उसे परिवार की 16 बीघा जमीन में से अपनी हिस्सेदारी का दावा था करीब 8 बीघा, वो इसे बेचकर ग्वालियर जाकर बसना चाहती थी लेकिन एक शख्स आड़े आ रहा था — सुशीला देवी. उन्होंने साफ इनकार कर दिया.
पूजा ने फैसला कर लिया — अगर रास्ते में दीवार है, तो उसे गिराना होगा और अब वो दीवार कोई और नहीं, उसकी सास सुशीला देवी थी.
बहन और प्रेमी की एंट्री
पूजा ने इस हत्या की स्क्रिप्ट अकेले नहीं लिखी. उसने अपनी सगी बहन कमला और कमला के प्रेमी अनिल वर्मा को साथ मिलाया. दोनों ही इस षड्यंत्र में उसके साथी बने.
24 जून की सुबह कुम्हरिया गांव में सुशीला देवी की लाश मिली. घर बुरी तरह से बिखरा हुआ था और लाखों के गहने, एक बाइक और एक देसी कट्टा गायब था. पुलिस को शुरुआत में यह लूट का मामला लगा लेकिन फोरेंसिक रिपोर्ट, कॉल रिकॉर्ड्स और पूछताछ ने चौंका दिया.
48 घंटे के भीतर पुलिस ने पूजा और कमला को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पूजा ने सब कुबूल कर लिया, 'मैंने ही अपनी सास की हत्या करवाई.'
गिरफ़्तार हुआ प्रेमी कातिल
घटना के बाद से अनिल वर्मा फरार था. लेकिन मंगलवार रात, पुलिस को खबर मिली कि वो झांसी के पास अपने किसी रिश्तेदार के घर गहने बेचने जा रहा है.
पुलिस टीम ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन अनिल ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में गोली उसके पैर में लगी और उसे मौके पर ही पकड़ लिया गया. उसे पुलिस सुरक्षा में झांसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.
लालच और अनैतिक रिश्ता
पूजा को लगता था कि अगर सुशीला देवी रास्ते से हट जाए तो वो जमीन बेच सकती है, बेटी के साथ ग्वालियर जाकर आराम से रह सकती है. इसीलिए उसने अपने सबसे करीबियों को ही खून में रंग लिया.
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक, कट्टा, और ₹8 लाख के गहने बरामद कर लिए हैं. कमला और पूजा को पहले ही जेल भेजा जा चुका है और अब अनिल की गिरफ़्तारी के बाद पूरा केस पुलिस के हाथ में है.
अब क्या?
पुलिस अब इस केस को एक बड़े पारिवारिक षड्यंत्र के तौर पर देख रही है. दोनों देवरों की मौत की जांच भी अब दोबारा खोली जा रही है.. क्या वो भी इस पूरे प्लान का हिस्सा थे? क्या पूजा इससे पहले भी कुछ छुपा रही थी?
इस सवालों के जवाब आने अभी बाकी हैं, लेकिन जो सामने है — वो बता रहा है कि कभी-कभी घर की दीवारें ही सबसे खतरनाक साजिशों की गवाह बन जाती हैं.
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