मशरूम ने कैसे बदली बिहार की अनिता देवी की जिंदगी? स्टार्टअप में महिलाओं का जवाब नहीं
Anita Devi startup journey: मशरूम की खेती एक लाभकारी और आसान कृषि व्यवसाय है, जिसे छोटे स्तर पर भी शुरू किया जा सकता है. यह एक प्रकार की फफूंद है जिसे नियंत्रित वातावरण में उगाया जाता है. इसने बिहार की अनिता देवी की जिंदगी ही बदल दी और उन्होंने इसमें अपने साथ 100 से अधिक महिलाओं को भी जोड़ा.

Anita Devi startup journey: बिहार के नालंदा जिले के अनंतापुर गांव की निवासी अनिता देवी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी स्टार्टअप की जर्नी शेयर की. अनिता देवी ने 2016 में मधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की, और अब इस कंपनी में सैंकड़ों महिलाएं काम कर रही हैं.
पीएम मोदी के 'X' हैंडल पर अपनी सक्सेस स्टोरी शेयर करते हुए अनिता देवी ने कहा, 'मैं नालंदा जिले के अनंतापुर गांव की रहने वाली हूं. मैंने जीवन में बहुत संघर्ष देखा है, लेकिन हमेशा कुछ अपना करने की चाहत थी. मैंने 2016 में आत्म-रोजगार की दिशा में कदम बढ़ाया. उस समय स्टार्टअप्स के प्रति क्रेज बहुत बढ़ चुका था. इसलिए 9 साल पहले मैंने भी अपनी मधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की.'
मशरूम खेती से सैंकड़ों महिलाओं को जोड़ा
उन्होंने मशरूम उत्पादन के जरिए आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने की अपनी कहानी शेयर करते हुए कहा कि इस स्टार्टअप ने उनका रास्ता आसान किया और सैंकड़ों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया. अनिता देवी ने बिहार सरकार के जीविका परियोजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से मशरूम उत्पादन में प्रशिक्षण लिया और सैंकड़ों महिलाओं को मशरूम खेती से जोड़ा.
अनिता देवी ने आगे कहा, 'आज मैं मशरूम उत्पादन के जरिए अपने परिवार को आगे बढ़ाने का काम कर रही हूं. मैंने न सिर्फ अपना रास्ता आसान किया है, बल्कि सैंकड़ों महिलाओं को रोजगार के अवसर देकर उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाया है. अब मेरी कंपनी किसानों को सस्ते दामों पर उर्वरक, बीज और कीटनाशक जैसी आवश्यक वस्तुएं भी उपलब्ध कराती है.'
उन्होंने आगे कहा, 'आज इस कंपनी में काम कर रही सैंकड़ों महिलाएं आजीविका के साथ-साथ आत्मसम्मान का जीवन जी रही हैं. मखाना बोर्ड की स्थापना की घोषणा के बाद मैं मखाना से जुड़े काम के बारे में भी सोच रही हूं.
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