Bihar में बढ़ रहा है डेंगू का कहर, मरने वालों की संख्या बढ़ी, ऐसे करें बचने के उपाय और इलाज
Dengue in Bihar: बिहार में शनिवार को वैशाली जिले में डेंगू से मौत हो गई, जिससे राज्य में इस साल अब तक डेंगू से मरने वालों की संख्या आठ हो गई है. बिहार में 140 नए मामले दर्ज किए गए और अब तक कुल मामलों की संख्या 2381 हो गई है.

Dengue in Bihar: आज डेंगू से बचाव एक चुनौती बनती जा रही है, खासकर बरसात के मौसम में. बिहार जैसे राज्यों में भी ये अपना पैर तेजी से पसार रहा है. राज्य में शनिवार को डेंगू से एक और मौत दर्ज की गई, जिससे इस साल अब तक डेंगू से मरने वालों की संख्या आठ हो गई है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में 140 नए मामले दर्ज किए गए और अब तक कुल मामलों की संख्या 2381 हो गई है. पटना जिले में अब तक का सबसे अधिक एक दिन का मामला दर्ज किया गया, जिसमें 80 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है,
डेंगू से शनिवार को हुई मौत वैशाली जिले से हुई. इससे पहले पटना में तीन मौतें हुई थीं, जबकि भागलपुर, जमुई, जहानाबाद और मधुबनी में एक-एक मौत हुई थी. जहां तक डेंगू के नए मामलों की बात करें तो पटना के अलावा अन्य जिलों में भी सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. गया में 14 नए डेंगू के मामले सामने आए हैं. उसके बाद बेगूसराय (5), औरंगाबाद (4) और वैशाली (1) का नंबर आता है. पटना जिले में अब तक सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं, जहां से करीब 50% मामले सामने आए हैं. इसके बाद गया (165), मुजफ्फरपुर (87), औरंगाबाद (83) और समस्तीपुर (80) का नंबर आता है.
स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर है मुस्तैद
इस बीच पटना नगर निगम स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर मच्छरों के प्रजनन को नियंत्रित करने के लिए फॉगिंग के साथ-साथ लार्वीसाइड का छिड़काव भी कर रहा है. पीएमसी की जनसंपर्क अधिकारी श्वेता भास्कर ने कहा कि टीमें खास तौर पर उन इलाकों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं, जहां से पॉजिटिव मामले आ रहे हैं. इसके साथ ही अस्पताल और शैक्षणिक संस्थान भी जो संवेदनशील जगह हैं. भास्कर ने कहा, 'स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक सरकारी अस्पताल में एक डॉक्टर की नियुक्ति की है जो हमें डेंगू के मरीजों का पता देता है.'
डेंगू बुखार के लक्षण (Dengue ke lakshan)(dengue bukhar ke lakshan)-
- तेज़ बुखार (warning signs of dengue fever).
- भयंकर सरदर्द.
- जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द.
- लगातार उल्टी का आना.
- त्वचा पर लाल चकत्ता होना.
- थकान और कमजोरी.
- हल्का ब्लीडिंग होना.
- आंखों के पीछे दर्द.
डेंगू से बचने के उपाय और इसका इलाज (Dengue se bachne ke upaye)-
डेंगू (Dengue Treatment) के लिए कोई विशेष उपचार नहीं है. इसका ध्यान दर्द के लक्षणों के उपचार पर है. डेंगू बुखार के अधिकांश मामलों का इलाज घर पर ही दर्द निवारक दवा से किया जा सकता है. दर्द को नियंत्रित करने के लिए अक्सर एसिटामिनोफेन (पैरासिटामोल) का उपयोग किया जाता है. इबुप्रोफेन और एस्पिरिन जैसी गैर-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं से बचना चाहिए क्योंकि वे रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ा सकती हैं. गंभीर डेंगू से पीड़ित लोगों को अक्सर अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है. इस स्थिति में खूब सारा तरल पदार्थ पीएं. अब तक एक वैक्सीन (क्यूडेंगा) को कुछ देशों में मंजूरी और लाइसेंस मिल चुका है. हालांकि, इसे केवल उच्च संचरण स्थितियों में 6 से 16 वर्ष की आयु के लोगों के लिए उपयोग किया गया है
डेंगू के रोकथाम और नियंत्रण के उपाय (Dengue ke Upchar)-
डेंगू फैलाने वाले मच्छर दिन में सक्रिय रहते हैं. ऐसे कपड़े जो आपके शरीर को यथासंभव ढकें. सोने समय मच्छरदानी का उपयोग करें. घर की खिड़की पर परदे लगाए. मच्छर भगाने वाली दवाइयों जैसे कॉइल और वेपोराइज़र का उपयोग करें. पर्यावरण प्रबंधन से मच्छरों को अंडे देने वाले आवासों तक पहुंचने से रोकना.
दिल्ली में भी डेंगू से एक की मौत
दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में 67 वर्षीय एक व्यक्ति की डेंगू से मौत हो गई. दिल्ली नगर निगम ने अभी तक कारण की पुष्टि नहीं की है. भाजपा ने बढ़ते मामलों के बीच मच्छर विरोधी अभियानों की अनदेखी करने के लिए मेयर शेली ओबेरॉय की आलोचना की. पिछले साल 348 की तुलना में इस साल एमसीडी ने 3,000 से अधिक डेंगू के मामले दर्ज किए हैं.
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