Angry Young Men: सलीम-जावेद की कहानी अब दुनिया के सामने, Salman Khan ने की डॉक्यूसीरीज की घोषणा, इस प्लेटफॉर्म पर इस दिन होगी रिलीज
Angry Young Men: सलीम-जावेद अपने समय के सबसे बेहतरीन स्क्रीनप्ले राइटर थे, जिन्होंने बॉलिवुड को एक अलग मुकाम पर पहुंचाया और अमिताभ बच्चन जैसे एक्टर को सुपरस्टार बना डाला. अब उनकी कहनी लोगों के सामने होगी. जिसे 'एंग्री यंग मेन' के जरिए 3 पार्ट के जरिए दिखाया जाएगा.

Angry Young Men: बॉलिवुड की सबसे फेमस स्क्रीनप्ले राइटर जोड़ी सलीम खान (Salim Khan) और जावेद अख्तर (Javed Akhtar) को लेकर कई कहानियां और चर्चे हैं. उनके एक साथ काम करने से लेकर अलग होने तक की सच्ची कहानी अब एक डॉक्यूसीरीज के जरिए लोगों के सामने आने वाला है. जिसका नाम डॉक्यूसीरीज 'एंग्री यंग मेन' है. इसकी घोषणा सलमान खान (Salman Khan) ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर की है. इस सीरीज का प्रीमियर अमेजन प्राइम वीडियो (Amazon Prime Video) पर 20 अगस्त को होने वाला है.
'एंग्री यंग मेन' सीरीज का सलमान खान फिल्म्स और फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी की एक्सेल एंटरटेनमेंट और जोया अख्तर और रीमा कागती की टाइगर बेबी फिल्म्स ने मिलकर निर्माण किया है. ये सीरीज 3 पार्ट में लोगों को दिखाई जाएगी. नम्रता राव ने इस डॉक्यूसीरीज की निर्देशक हैं. 'एंग्री यंग मेन' का ट्रेलर मंगलवार, 13 अगस्त को जारी किया जाएगा. खास बात ये है कि इस डॉक्यूमेंट्री सीरीज की कहानी सलीम-जावेद ने खुद लिखी है. इसमें भारतीय सिनेमा की कुछ प्रमुख हस्तियां भी शामिल हैं.
सलीम-जावेद ने बॉलिवुड में लाई थी क्रांति
सलीम-जावेद को 1970 के दशक में हिंदी सिनेमा में क्रांति लाने के लिए जाना जाता है. 'एंग्री यंग मेन' में सलीम-जावेद के नाम से मशहूर दिग्गज लेखकों की यात्रा को दिखाया जाएगा, जिन्होंने भारतीय कहानी कहने में क्रांति ला दी थी. उन्होंने ऐसे प्रतिष्ठित किरदार और संवाद गढ़े, जिन्होंने दर्शकों के दिलों और दिमाग पर अपनी छाप छोड़ी. इस जोड़ी ने 1970 के दशक में 'जंजीर', 'शोले' और 'दीवार' जैसी फिल्मों के साथ भारतीय सिनेमा में क्रांति ला दी, जिसने आम जनता को प्रभावित किया.
सलीम-जावेद लेखक नहीं बन गए स्टार
सलीम-जावेद को स्टार का दर्जा पाने वाले पहले भारतीय पटकथा लेखक के रूप में भी जाना जाता है. 22 बॉलीवुड फिल्मों के साथ-साथ दो कन्नड़ फिल्मों में साथ काम करने के बाद, इस जोड़ी ने 1982 में अलग होने का फैसला किया. जोया अख्तर ने कहा कि यह सीरीज उन दो व्यक्तियों के बारे में है जिन्होंने एक ऐसे चरित्र का निर्माण किया जिसने 70 के दशक में हिंदी सिनेमा को परिभाषित किया.
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