Hyderabad: नागार्जुन पर चला बुलडोजर एक्शन, जानिए क्यों ध्वस्त हुआ कन्वेंशन सेंटर, एक्टर खटखटाएंगे कोर्ट का दरवाजा
Hyderabad: शहर के माधापुर क्षेत्र में थम्मिडीकुंटा झील के पूर्ण टैंक स्तर (FTN) क्षेत्र और बफर जोन में अवैध निर्माण के आरोपों के बाद नागार्जुन के एन-कन्वेंशन सेंटर में तोड़फोड़ की गई.

Hyderabad: साउथ के सुपरस्टार नागार्जुन पर सरकार बुलडोजर एक्शन लिया है. दरअसल, हैदराबाद आपदा प्रतिक्रिया और संपत्ति निगरानी एवं संरक्षण (HYDRA) ने एक्टर का विशाल प्रतिष्ठान एन-कन्वेंशन सेंटर को ध्वस्त कर दिया है. आरोप है कि उन्होंने इसका निर्माण अवैध तरीके से करवाया था. 10 एकड़ के भूखंड पर बना एन-कन्वेंशन सेंटर कई सालों से जांच के दायरे में है.
हैदराबाद के माधापुर इलाके में थम्मीदिकुंटा झील के फुल टैंक लेवल (FTL) क्षेत्र और बफर जोन में अवैध निर्माण के आरोपों के बाद इसे ध्वस्त किया गया है. उत्तरी टैंक डिवीजन के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के मुताबिक, थम्मिडीकुंटा झील का एफटीएल क्षेत्र लगभग 29.24 एकड़ है. आरोप है कि एन-कन्वेंशन ने एफटीएल क्षेत्र के लगभग 1.12 एकड़ और बफर के भीतर अतिरिक्त 2 एकड़ पर अतिक्रमण किया है.
नागार्जुन बताया इसे गलत करवाई
नागार्जुन ने भी एक्स पर इसे लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा, "एन कन्वेंशन के संबंध में किए गए अवैध तरीके से विध्वंस से दुखी हूं, जो मौजूदा स्थगन आदेशों और न्यायालय के मामलों के विपरीत है. मैंने अपनी प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए कुछ तथ्यों को रिकॉर्ड पर रखने और यह इंगित करने के लिए यह बयान जारी करना उचित समझा कि हमने कानून का उल्लंघन करते हुए कोई कार्रवाई नहीं की है.
उन्होंने आगे लिखा, "यह भूमि पट्टा भूमि है और टैंक योजना का एक इंच भी अतिक्रमण नहीं किया गया है. निजी भूमि के अंदर निर्मित भवन के संबंध में, विध्वंस के लिए किसी भी पूर्व अवैध नोटिस के खिलाफ स्थगन आदेश दिया गया है. आज स्पष्ट रूप से, गलत सूचना के आधार पर विध्वंस गलत तरीके से किया गया था. आज सुबह विध्वंस करने से पहले कोई नोटिस जारी नहीं किया गया था. एक कानून का पालन करने वाले नागरिक के रूप में, यदि न्यायालय जिसके समक्ष मामला लंबित है, ने मेरे खिलाफ फैसला दिया होता, तो मैं खुद ही विध्वंस कर देता. हम अधिकारियों की इस गलत कार्रवाइयों के संबंध में न्यायालय से उचित राहत की मांग करेंगे."
सालों से अवैध था एन-कन्वेंशन सेंटर
सालों से एन-कन्वेंशन के प्रबंधन पर ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) और अन्य उच्च अधिकारियों की नियामक कार्रवाइयों को दरकिनार करने के लिए अपने प्रभाव का उपयोग करने और इस प्रकार अपने अतिक्रमणों के परिणामों से बचने के आरोप लगते रहे हैं. ध्वस्तीकरण अभियान शनिवार की सुबह शुरू हुआ. जहां हाइड्रा के अधिकारी मौके पर पहुंचे. उनके साथ पुलिस कर्मियों की एक टुकड़ी भी थी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के आगे बढ़े.
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