BREAKING:
PM मोदी–मेलोनी की दोस्ताना मुलाकात ने लूटी सुर्खियां, G20 समिट में दिखी अनोखी बॉन्डिंग | देखिए VIDEO       बिहार चुनाव 2025 में NDA की प्रचंड जीत पर CM Nitish Kumar ने क्या कहा? सूबे में रिकॉर्ड वोटिंग ने बदला समीकरण       'जनता ने दिया नया MY फॉर्मुला- Mahila और Youth', बिहार चुनाव में NDA की प्रचंड जीत पर दिल्ली से गरजे PM Modi       महिलाओं के लिए ₹10,000, फ्री बिजली, बढ़ी पेंशन... मोदी की चेतावनी और नीतीश के 'तिहरे दांव' ने कैसे दिलाई जीत?       बिहार की सबसे बड़ी पार्टी से लेकर करारी शिकस्त तक... RJD 20 साल बाद कैसे पहुंची सबसे बुरे दौर में?       बिहार चुनाव 2025 में 'महिला शक्ति' कैसे बनी किंगमेकर? NDA की लगा दी नैया पार       टाइगर अभी ज़िंदा है! बिहार चुनाव में नीतीश कुमार कैसे बने सबसे बड़े विनर?       लाल किले कार ब्लास्ट से हिली राजधानी, देखिए दिल्ली में पिछले 28 साल के बड़े धमाके की पूरी LIST       दिल्ली में दहशत! लाल किले के पास कार में धमाका, 8 की मौत, हाई अलर्ट पर राजधानी, प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या देखा?       ट्रेनिंग कैंप में 10 मिनट देर से पहुंचे राहुल गांधी, फिर मंच पर ही मिली ये सजा, देखते रह गए लोग      

Hyderabad नहीं रही अब आंध्र प्रदेश की राजधानी, जनिए कहां से चलेगी अब राज्य की शासन-व्यवस्था

अब तक हैदराबाद दो राज्यों- तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की साझा राजधानी थी, लेकिन ये अब सिर्फ तेलंगाना की राजधानी होगी. दरअसल, 2014 में आंध्र प्रदेश का बंटवारा होने के बाद हैदराबाद को 10 साल के लिए दोनों राज्यों की राजधानी बनाया गया था.

देश के सबसे बड़े महानगरों में से एक हैदराबाद अब आंध्र प्रदेश की राजधानी नहीं कहलाएगी, इसे अब बस तेलंगाना की राजधानी के रुप में जाना जाएगा. दरअसल, 2014 में आंध्र प्रदेश का बंटवारा होने के बाद हैदराबाद को 10 साल के लिए दोनों राज्यों की राजधानी बनाया गया था.

बता दें कि, 2 जून 2014 को आंध्र से अलग होकर तेलंगाना 29वां राज्य बना था. चूंकि हैदराबाद तेलंगाना में ही स्थित है, इसलिए  हैदराबाद सिर्फ तेलंगाना की राधधानी रहेगा. तेलंगाना राज्य के गठन की मांग दशकों से की जा रही थी. 

तेलंगाना के सीएम ए. रेवंत रेड्डी ने पिछले महीने अधिकारियों से कहा था कि वे 2 जून के बाद हैदराबाद में सरकारी गेस्ट हाउस लेक व्यू जैसी इमारतों को अपने कब्जे में ले लें, जिन्हें 10 साल की अवधि के लिए आंध्र प्रदेश को दिया गया था. दरअसल, विभाजन होने के दस साल बाद भी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच परिसंपत्तियों के विभाजन जैसे कई मुद्दे अभी भी अनसुलझे हैं.

आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम में कहा गया है कि 2 जून 2014 से हैदराबाद शहर को दस साल की अवधि के लिए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्य की साझा राजधानी माना जाएगा.

इसमें आगे कहा गया है कि दस सालों की इस अवधि की समाप्ति के बाद हैदराबाद को तेलंगाना राज्य की राजधानी माना जाएगा. इसमें आगे कहा गया है कि आंध्र प्रदेश राज्य के लिए दस सालों की इस अवधि के बाद एक नई राजधानी होगी.

हालंकि, अब तक आंध्र प्रदेश की राजधानी कहां होगी. इसकी घोषणा नहीं की गई है. इस पर अभी भी संशय बना हुआ है. उम्मीद की जा रही है कि लोकसभा चुनाव के बाद इसका फैसला राज्य की सरकार करेगी, जिसमें केन्द्र का भी हस्तक्षेप होगा.

ये भी देखिए: रोजगार के मामले में पुरुषों से आगे हो रही हैं महिलाएं, बदल रही है भारत की तस्वीर, बदल रहा है लोगों का नजरिया