Universal Pension Scheme क्या है, जिसे केंद्र सरकार कर सकती है लागू? जानिए किसे मिलेगा इसका फायदा
सरकार Universal Pension Scheme लाने पर विचार कर रही है जो स्वैच्छिक और अंशदायी होगी। इस योजना में रोजगार की अनिवार्यता नहीं होगी जिससे असंगठित क्षेत्र के मजदूर छोटे व्यापारी और स्वरोजगार करने वाले लोग पेंशन लाभ उठा सकेंगे।

Universal Pension Scheme: केंद्र सरकार एक यूनिवर्सल पेंशन योजना लाने की सोच रही है जिससे लोग स्वेच्छा से योगदान कर सके और रिटायरमेंट के बाद पेंशन का लाभ प्राप्त कर सके.
रिपोर्ट की माने तो यह योजना पारंपरिक रोजगार से परे जाकर सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगी और एक संगठित पेंशन प्रणाली बनाएगी.
वही इस योजना के बारे में बात करें तो इस योजना पर श्रम और रोजगार मंत्रालय कार्य कर रही है जिससे मौजूदा पेंशन योजनाओं को एक ही स्कीम के तहत लाया जा सके.
क्या है यूनिवर्सल पेंशन स्कीम?
अगर बात करें कि यह स्कीम क्या है तो इस नई पेंशन योजना का नाम यूनिवर्सल पेंशन स्कीम है जो 1 अप्रैल 2025 को लागू हो जाएगी. योजना के तहत अगर किसी कर्मचारी ने 25 साल तक नौकरी की है तो रिटायरमेंट के पहले नौकरी के आखिरी के 12 महीने की बेसिक सैलरी का 50% अमाउंट उसे कर्मचारियों को पेंशन के तौर पर दिया जाएगा.
कौन ले सकेगा लाभ?
जानकारी के लिए बता दें कि यह योजना सभी के लिए खुली है और इसे रोजगार से नहीं जोड़ा जाएगा. इसका मतलब यह है कि सेल्फ एंप्लॉयड व्यक्ति और असंगठित क्षेत्र के वर्कर भी इसमें योगदान देकर अपनी पेंशन बना सकते हैं.
इस योजना को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) विकसित कर रहा है. जब इस योजना का स्कीम तैयार हो जाएगा तब स्टेकहोल्डर के साथ इस योजना को लेकर चर्चा की जाएगी जिससे इसे सही तरीके से लागू किया जा सके.
मौजूदा योजनाएं होंगी शामिल
सरकारी योजना के तहत प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन और नेशनल पेंशन स्कीम फॉर ट्रेडर्स एंड सेल्फ एंप्लॉयड जैसी योजनाओं को शामिल कर सकती है. इस योजना में 55 से 200 रुपए प्रति माह का योगदान करना पड़ता है और सरकार भी उतनी ही राशि जोड़ेती है. जिसके बाद 60 वर्ष की उम्र के बाद 3000 रुपए मानसिक पेंशन मिलती है.
इसके अलावा अटल पेंशन योजना जिसे पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित किया जाता है उसे भी इस नई योजना में शामिल किया जा सकता है.
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