Hathras Stampede: घटना पर फरार मुख्य संत की आई पहली प्रतिक्रिया, जानिए चिट्ठी जारी कर बोले- मैं भगदड़ के वक्त...
Hathras Stampede: हाथरस हादसे को लेकर नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा ने सफाई दिया है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि वह हाथरस के सिकंदराराऊ के फुलारी गांव में 2 जुलाई को समागम में भगदड़ होने से पहले निकल गए थे. असामाजिक तत्वों ने यह भगदड़ मचाई थी.

Hathras Stampede: हाथरस हादसे को लेकर हर कोई न्याय की मांग कर रहा है. इस दिल दहला देने वाली घटना के लिए जिम्मेदार माने जा रहे नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा फिलहाल फरार चल रहे हैं, जिनकी पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. मामले को लेकर बाबा ने सफाई तो दी ही हैं साथ ही उन्होंने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त करवाई की मांग की है. ये चिट्ठी उन्होंने अंग्रेजी में जारी की है.
चिट्ठी में लिखा गया कि, 'हम मारने वालों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की भगवान से प्रार्थना करते हैं. हमने सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील डॉ. एपी सिंह को भगदड़ मचाने वाले असमाजिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवाने के लिए अधिकृत किया है.' इसके साथ ही उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए दावा किया कि वह हाथरस के सिकंदराराऊ के फुलारी गांव में 2 जुलाई को समागम में भगदड़ होने से पहले निकल गए थे.
आपको बता दें कि इस हादसे के लिए नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा जिम्मेदार माने जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि कार्यक्रम के समापन के बाद बाबा के पैर छूने के लिए लोगों में भगदड़ मच गई थी. लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए आगे बढ़के चले गए. इस घटना में 121 लोगों की मौत हो गई. वहीं कई घायल भी हुए हैं. सूरजपाल सिंह उर्फ नारायण हरि भोले बाबा कासगंज जिले की पटियाली तहसील में स्थित बहादुरनगर के रहने वाले हैं. नारायण हरि पुलिस की नौकरी छोड़कर धार्मिक उपदेशक बन गए थे.