Hathras Stampede: सत्संग में भगदड़ से मौत की संख्या पहुंची 116, कौन है नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा?
Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान भगदड़ होने से 116 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. ये सभी नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा से सत्संग में शामिल हुए थे.

Hathras Stampede: यूपी के हाथरस से आज दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. ये हादसा हाथरस से 47 किलोमीटर दूर फुलरई गांव में हुआ. भोले बाबा यानी नारायण साकार हरि के सत्संग में भगदड़ मचने से 116 लोगों की मौत हो गई और करीब 200 लोग घायल हैं. मंजर ऐसा कि अस्पताल के बाहर लाशें बिछी हुई है. कहीं लोग बिलख रहे हैं तो कहीं तो चप्पलों का भंडार लगा है. मरने ज्यादातर महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे शामिल हैं. वहीं सीएम योगी ने मामले को लेकर जांच के आदेश भी दे दिए हैं.
सीएम योगी ने मुआवजे का किया एलान
बता दें कि हादसा फुलरई गांव में हुआ. पुलिस को मिली शुरुआती जानकारी के मुताबिक, सत्संग खत्म होने के बाद लोग हॉल से निकल रहे थे. पहले निकलने की होड़ में भगदड़ मच गई. लोग एक दूसरे पर आ गिरे. ज्यादातर लोगों की मौत कुचले जाने से हुई. मृतकों को फुलरई से हाथरस के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर यानी CHC लाया गया. अस्पताल तक टैंपो और बसों के जरिए लोगों को लाया गया. इस बीच सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया घटना का कारण
एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना पुलराई गांव में सत्संग में हुई, जिसमें शामिल होने के लिये बड़ी संख्या में लोग आए थे. हाथरस के सिकंदराराऊ में 'भोले बाबा' का समागम हो रहा था और जब समागम का अंत हो रहा था तब उमस काफी थी, ऐसे में लोगों के बाहर निकलते समय भगदड़ मच गई.
प्रधानमंत्री ने जताया दुख
प्रधानमंत्री ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब के दौरान कहा, 'चर्चा के बीच मुझे अभी एक दुखद खबर दी गई है. उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक कार्यक्रम में भगदड़ मचने से कई लोगों की दुखद मृत्यु की सूचना आ रही है. मैं मृतकों के प्रति अपनी संवेदना (शोक) व्यक्त करता हूं. मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.'
कौन है नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा?
नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के विषय में जो जानकारी सामने आई है, यदि उसपर यकीन करें तो मिलता है कि उत्तर प्रदेश के एटा जिले में जन्मा भोले बाबा खुद को गुप्तचर यानी इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) का पूर्व कर्मचारी बताता है. कहा जाता है कि करीब 26 साल पहले बाबा ने सरकारी नौकरी से खुद को मुक्त कर लिया था और तभी से वो धार्मिक प्रवचन करने लगा. बाबा ने अपने प्रवचनों में ये घोषणा भी की हुई है वे पूरे ब्रह्मांड के स्वामी हैं. भोले बाबा का दावा है कि ब्रह्मा, विष्णु और शंकर ने भी उन्हें अपना गुरु माना है.
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