West Bengal: हुगली में युवक की पीट-पीटकर हुई हत्या, बढ़ते हिंसा पर सवाल के घेरे में ममता सरकार, बंगाल में 4 दिन में चौथी घटना
West Bengal: आरोपियों ने हुगली में युवक को उसके दोस्त के घर में बांध दिया और तब तक उसकी पिटाई जब तक कि वह बेहोश नहीं हो गया. जहां बाद में उसकी मौत हो गई. मामले को लेकर पुलिस जांच में जुटी है.

West Bengal News: पश्चिम बंगाल में हर रोज बढ़ रही हिंसा को लेकर क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं. अब हाल में ही बंगाल के हुगली जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आ रही है, जहां सोमवार को भीड़ ने एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी. ये जानकारी स्थानीय पुलिस ने दी है.
पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान हुगली जिले के तारकेश्वर इलाके के नैता मालपहाड़पुर ग्राम पंचायत के रहने वाले बिस्वजीत मन्ना के रूप में हुई है. हुगली (देहात) थाना पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस अपराध के सिलसिले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है.
पुलिस ने आगे बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि रविवार रात को जब मन्ना अपने घर पर सो रहा था तो परिवार के परिचित आरोपियों ने उसे बुलाया. पुलिस का कहना है कि मन्ना ने आरोपियों से करीब 50 हजार रुपये का कर्ज लिया था, जिसे वह चुकाने में नाकाम रहा था.
पुलिस ने कहा, 'आरोपियों ने मन्ना को उसके दोस्त के घर में बांध दिया और तब तक उसकी पिटाई जब तक कि वह बेहोश नहीं हो गया। मन्ना की मां ने अपनी बहू के साथ मिलकर जैसे-तैसे उसे छुड़ाया और एक नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
आपको बता दें कि राज्य में भीड़ द्वारा किसी व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या किये जाने की यह चौथी घटना है. इससे पहले 28, 29 और 30 जून को कोलकाता, सॉल्ट लेक और झारग्राम में भी ऐसी ही घटनाएं हुई थीं. हाल में ही पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में सड़क पर निर्वस्त्र कर महिला को पीटने का वीडियो सामने आया था.
चोपड़ा ब्लॉक में बीच सड़क पर एक महिला और एक पुरुष को डंडे से पीटने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वीडियो में जो शख्स पिटाई करता नजर आ रहा है उसे स्थानीय लोग जेसीबी के नाम से बुलाते हैं क्योंकि इलाके में वह बहुत शक्तिशाली है. मामले पर बीजेपी समेत मनवाधिकार आयोग ने आपत्ति जताई है. इसके साथ ही मनवाधिकार आयोग ने इसे लेकर जवाब भी मांगा है. आयोग ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक और राज्य सरकार के मुख्य सचिव से एक हफ्ते के भीतर जवाब मांगा गया है.