Arunachal Pradesh Cloudburst: अरुणाचल में बादल फटने से मची भारी तबाही, खौफनाक मंजर आया सामने
अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ हफ्तों से भारी बारिश हो रही है. इस बीच राजधानी ईटानगर में बादल फटने से भारी तबाही मची हुई है. इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है.

Arunachal Pradesh Cloudburst: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) की राजधानी ईटानगर में बादल फटने की वजह से भारी बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ के हालात बन गए हैं. पिछले दो दिनों से क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है और अब बादल फटने से खौफनाक मंजर देखने को मिल रहा है. पूरे प्रदेश में बाढ़ जैसी हालत पैदा हो गई है. ग्रामीण इलाकों में कई घर टूटने की भी खबर सामने आई है.
बता दें कि जहां पूरा देश बारिश का इंतजार कर रहा है. वहीं पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश हो रही है और अरुणाचल में तो बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. लगातार दो दिनों से हो रही बारिश और ईटानगर में बादल फटने की वजह से काफी तबाही मच गई है. बारिश के साथ पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन भी हो रहा है. मौसम विभाग ने आम लोगों से अपील की गई है कि घर में ही रहें और पहाड़ी रास्तों पर निकलने से बचें.
अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में रविवार सुबह बादल फटने से कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि रविवार को बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं जताया गया था. आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह करीब साढ़े दस बजे बादल फटने की घटना के बाद ईटानगर के कई हिस्सों में और उसके आसपास के इलाकों से भूस्खलन की खबरें हैं, वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग 415 के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.
भारी बारिश के कारण 'एनर्जी पार्क' और बैंक तिनाली इलाकों के पास के घरों में पानी भर गया. जिला प्रशासन ने लोगों को नदियों या भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के पास न जाने की सलाह दी है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव दानी सालू ने बताया कि ईटानगर में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग-415 के कुछ हिस्से जलमग्न हो गए, जिससे यातायात बुरी तरह बाधित हो गया.
उन्होंने बताया कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, हालांकि संपत्ति के नुकसान का आकलन विभागीय अधिकारियों द्वारा क्षेत्र के मूल्यांकन के बाद ही किया जाएगा. सालू ने लोगों से मानसून के दौरान सतर्क रहने का आग्रह किया. उपायुक्त श्वेता नागरकोटी मेहता के नेतृत्व में जिला प्रशासन के अधिकारी, ईटानगर नगर निगम आयुक्त, राज्य आपदा मोचन बल और पुलिसकर्मी राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं. अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित लोगों की मदद के लिए जिला प्रशासन द्वारा सात राहत शिविर स्थापित किए गए हैं.
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