पुलिस की गाड़ी फूंकी, लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागें... चुनाव के बीच बिहार के गोपालगंज में क्यों भड़की हिंसा?
बिहार के गोपालगंज में एक सड़क हादसे के बाद युवक की मौत की झूठी अफवाह फैलने से रविवार शाम हिंसा भड़क गई और भीड़ ने एक पुलिस वाहन में आग लगा दी. पुलिस ने हालात काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया. घटना की जांच शुरू कर दी गई है और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है.
Gopalganj Violence: बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल के बीच रविवार शाम गोपालगंज में अचानक अफवाह के चलते तनाव और हिंसा फैल गई. बाइक सवार तीन युवकों के सड़क हादसे की गलत खबर सोशल मीडिया और इलाके में घूमती रही, जिसके बाद भीड़ उग्र हो गई और एक पुलिस वाहन को आग के हवाले कर दिया. हालांकि, पुलिस की त्वरित कार्रवाई, आंसू गैस के प्रयोग और अतिरिक्त बल की तैनाती के बाद स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया.
नीचे पूरे घटनाक्रम को आसान भाषा में 10 पॉइंट्स में समझिए:
घटना की पूरी डिटेल 10 पॉइंट्स में
1. रविवार शाम तेज अफवाह के चलते बिहार के गोपालगंज में हिंसा भड़क उठी, जहां भीड़ ने गुस्से में आकर एक पुलिस वाहन में आग लगा दी.
2. यह घटना शाम 6:30 से 7 बजे के बीच हुई जब तीन युवक बाइक से जा रहे थे और अचानक सामने आई एक तेज रफ्तार कार (स्कॉर्पियो) को बचाने के चक्कर में दुर्घटनाग्रस्त हो गए.
3. हादसे में तीनों युवक घायल हुए, जिनकी पहचान नंद कुमार चौहान, एहसान अली और राजा हुसैन के रूप में हुई है। तीनों गोपालगंज के सरेया इलाके के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
4. बाइक सवारों को तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। किसी की मौत नहीं हुई.
5. हादसे के तुरंत बाद गलत अफवाह फैला दी गई कि एक युवक की मौत हो गई है, जिसके बाद भीड़ भड़क गई और हिंसा शुरू हो गई.
6. गुस्साई भीड़ ने मौके पर मौजूद पुलिस वाहन को आग के हवाले कर दिया और माहौल तनावपूर्ण हो गया.
7. गोपालगंज एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि अफवाह फैलाने वालों की पहचान की जा रही है और इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
8. स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठीचार्ज किया और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया.
9. पुलिस ने कहा कि फोरेंसिक टीम को भी मौके पर भेजा गया है, ताकि सबूत जुटाए जा सकें. मामले में FIR दर्ज की जा चुकी है और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है.
10. यह घटना ऐसे समय में हुई है जब बिहार में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं और गोपालगंज में मतदान हाल ही में 6 नवंबर को पहले चरण में पूरा हुआ था, जिससे स्थिति और संवेदनशील हो गई.
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