BREAKING:
शुभांशु शुक्ला की वापसी, स्पेस से लौटने पर क्यों रीकंडीशनिंग होती है जरूरी?       Aaj Ka Rashifal 16 July 2025: आज 7 का जादू देगा किस्मत का साथ, जानिए आपकी राशि का भविष्य       Aaj Ka Rashifal 15 july 2025: आज विचारों में आएंगे उतार-चढ़ाव, रिश्तों में रखें संतुलन       Aaj Ka Rashifal 12 July 2025: करियर में बढ़त या रिश्तों में तकरार? जानिए राशिनुसार भविष्यफल       TCS में कर्मचारियों की कब होगी वेतन वृद्धि? जानिए मुनाफे को लेकर क्या है Q1 का रिजल्ट       क्या आधार कार्ड आपके नागरिकता का है प्रमाण? जानिए चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में क्या कहा       कभी साइकिल पर बेचता था अंगूठियां और ताबीज, आज 40 बैंक खातों में 106 करोड़, कहानी धर्मांतरण माफिया चंगूर बाबा की       रूस ने यूक्रेन पर दागे 741 मिसाइल, धरी रह गई ट्रंप की चेतावनी, फिर से टेंशन में आए ज़ेलेंस्की       No Bag Day क्या है और ये क्यों है जरूरी? नई शिक्षा नीति में बच्चों को मिलेगा असली जिंदगी का पाठ       रिटायरमेंट के बाद क्या करेंगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह? सार्वजनिक तौर पर कर दिया बड़ा खुलासा      

21 साल की उम्र में बनी IAS! आखिर कैसे पहली बार में ही UPSC किया क्रैक? जानिए आस्था सिंह की Inspiring Story

UPSC Inspiring Story: आस्था सिंह ने UPSC 2024 परीक्षा को महज 21 साल की उम्र में बिना किसी कोचिंग के और पहले ही प्रयास में पास कर देश की सबसे युवा IAS अधिकारियों में अपना नाम दर्ज कराया. पंचकूला निवासी आस्था ने SRCC से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया और हरियाणा PCS भी पहले प्रयास में पास किया था. आस्था की सफलता मेहनत, आत्मविश्वास और स्मार्ट रणनीति का नतीजा है. उनकी प्रेरक कहानी लाखों युवाओं के लिए मिसाल है.

UPSC Inspiring Story: हर साल लाखों छात्र UPSC सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन सफलता केवल कुछ चुनिंदा को ही मिलती है। इस साल भी UPSC 2024 के नतीजे आ चुके हैं और देश को मिली है एक बेहद युवा और प्रेरणादायक IAS अधिकारी—आस्था सिंह. 

आस्था सिंह ने महज 21 साल की उम्र में बिना किसी कोचिंग के पहले ही प्रयास में उन्होंने ये प्रतिष्ठित परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया है. हालांकि, जब हम बिना कोचिंग के परीक्षा पास करने की बात करते हैं, तो इसके पीछे एक मजबूत पढ़ाई लिखाई की लंबी यात्रा होती है. जिसे लेकर हम सालों से तैयारी कर रहे होते हैं... आईए जानते हैं कि आस्था सिंह ने ये कमाल कैसे किया?

कौन हैं आस्था सिंह?

आस्था सिंह पंचकूला, हरियाणा की रहने वाली हैं. उनका पैतृक गांव उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के दोंभी तहसील के कुशहन कनौरा गांव में है. उनके पिता बृजेश सिंह, पंचकूला की एक फार्मा कंपनी में क्वालिटी हेड के पद पर कार्यरत हैं, जबकि मां शालिनी सिंह एक गृहिणी हैं. सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाली आस्था ने दिखा दिया कि मजबूत इरादे और सच्ची मेहनत से किसी भी सपने को साकार किया जा सकता है.

आस्था की शिक्षा-दीक्षा

आस्था ने अपनी स्कूली शिक्षा भोपाल और पंचकूला में की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में स्नातक किया. स्नातक के दौरान ही उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी... जैसा कि हमने कहा कि पढ़ाई लिखाई की एक लंबी यात्रा. इसी दौरान उन्होंने हरियाणा पीसीएस परीक्षा भी दी, जिसे पहले ही प्रयास में 31वीं रैंक के साथ पास किया.

बिना कोचिंग कैसे पास किया UPSC?

आस्था ने एक साक्षात्कार में बताया कि उन्होंने कोई फाउंडेशन कोर्स या कोचिंग नहीं ली क्योंकि उनके पास पहले प्रयास की तैयारी के लिए केवल एक साल का समय था. 

उन्होंने कहा, 'मेरे पास समय कम था, लेकिन आत्मविश्वास था कि यदि सही स्रोतों को पहचान लूं, तो खुद से पढ़ाई कर के समय पर पूरा सिलेबस खत्म कर सकती हूं. यहीं से मेरी सिविल सेवा की यात्रा शुरू हुई—पूरी रफ्तार में...

उन्होंने खुद ही अध्ययन के माध्यम से रणनीतिक तैयारी की. उनका यह आत्मविश्वास और मेहनत ही उन्हें इस मुकाम तक ले आया.

UPSC में लड़कियों का दबदबा, ट्राइसिटी से चार महिलाएं टॉप 300 में

UPSC 2024 के नतीजों में इस बार लड़कियों का दबदबा रहा है. टॉप दो रैंक भी लड़कियों ने ही हासिल की हैं. वहीं आस्था सिंह ट्राइसिटी (चंडीगढ़, पंचकूला, मोहाली) से टॉप 300 में आने वाली पांच उम्मीदवारों में से एक हैं, जिनमें चार महिलाएं शामिल हैं.

वर्तमान में किस पद पर हैं आस्था?

आस्था सिंह फिलहाल हरियाणा सरकार में सहायक आबकारी और कराधान अधिकारी (AETO) के पद पर कार्यरत हैं. लेकिन अब उनका सपना है कि एक IAS अधिकारी के रूप में महिला सशक्तिकरण जैसे अहम मुद्दों पर काम करें और समाज में सकारात्मक बदलाव लाएं.

क्यों है आस्था की कहानी प्रेरणास्रोत?

आस्था की कहानी इसलिए खास है क्योंकि उन्होंने सीमित संसाधनों में रहकर, बिना कोचिंग, केवल अपनी मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर UPSC जैसी कठिन परीक्षा को पहले ही प्रयास में पास किया. वह उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं, जो यह मानते हैं कि साधन की कमी सफलता की राह में बाधा बनती है. उनकी सफलता यह दिखाती है कि यदि इरादे पक्के हों, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं. 

ये भी देखिए: हर ऑटो वाला लुटेरा नहीं होता साहब! कैसे दिल्ली में एक ड्राइवर और विदेशी पर्यटक की कहानी ने इंटरनेट पर सबका दिल जीत लिया?