घुटनों के बल आया पाकिस्तान! बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहा, अब भारत के सामने गिरगिरा रहें PM शहबाज शरीफ, जानिए क्या कुछ कहा
India-Paksitan Tension: आतंकवाद को अपनी प्राथमिकता समझने वाला पाकिस्तान भारत की मार के बाद घुटनों के बल आ गया है. अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भारत से बातचीत की गुहार लगा रहे है. वह सभी मुद्दों को बैठकर सुलझाने की बात कर रहे हैं.

India-Paksitan Tension: हर तरह से अलग-थलग पड़ा पाकिस्तान अब भारत की राह देख रहा है. सभी व्यापार के बंद होने से पहले से ही लड़खड़ाई हुई पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की कमर टूट चुकी है. हालात ये है कि पाकिस्तान का परम मित्र चीन भी अब उसका साथ नहीं दे रहा है. भूख के मारे पाकिस्तान की हालत खराब हो गई है. ऐसे में अब पाकिस्तान घुटनों के बाल आ गया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भारत के साथ बातचीत कर सब कुछ ठीक करना चाहते हैं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि उनका देश कश्मीर, जल बंटवारे और व्यापार सहित दीर्घकालिक समस्याओं का समाधान खोजने के लिए भारत के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है. उन्होंने तेहरान की अपनी यात्रा के दौरान एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह टिप्पणी की.
'जल मुद्दों पर शांति से करना चाहते बात'
पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा, 'हम अपने पड़ोसी के साथ जल मुद्दों पर शांति के लिए बातचीत करने के लिए तैयार हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'हम व्यापार को बढ़ावा देने और आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भी बातचीत करने के लिए तैयार हैं.'
शहबाज शरीफ ने कहा, 'हम शांति चाहते थे, हम शांति चाहते हैं और हम बातचीत के माध्यम से, मेज पर, क्षेत्र में शांति के लिए काम करेंगे और अपने लंबित मुद्दों को हल करेंगे.' पाकिस्तान के पीएम ने कहा, 'लेकिन अगर वे शांति के मेरे प्रस्ताव को स्वीकार करते हैं तो हम दिखाएंगे कि हम वास्तव में गंभीरता से और ईमानदारी से शांति चाहते हैं.'
शहबाज शरीफ सोमवार को तुर्की की यात्रा के बाद ईरान में थे. ईरान के बाद, उनका ताजिकिस्तान और अजरबैजान जाने का कार्यक्रम है. ईरानी राज्य मीडिया IRNA ने बताया कि राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने भारत और पाकिस्तान के बीच एक स्थायी युद्धविराम के लिए ईरान के समर्थन की आवाज़ उठाई है और विवादों को सुलझाने और शांति को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रीय देशों के बीच बातचीत का आह्वान किया है.
भारत के एक्शन के बाद निकली पाकिस्तान की हेकड़ी
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया गया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई थी. हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कार्रवाई की, जिनमें से एक सिंधु जल संधि को स्थगित करना था.
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की एक अधिसूचना के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान से आयात की स्थिति की परवाह किए बिना, पाकिस्तान में उत्पन्न या निर्यात किए जाने वाले सभी सामानों के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात और पारगमन पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया था, जिससे द्विपक्षीय व्यापार प्रवाह प्रभावी रूप से रुक गया.
इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई भी की है. इसमें पाकिस्तान में स्थित कई आतंकवादियों के कैंप को निशाना बनाया गया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादियों की मौत हो गई. इसके साथ भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेस को भी तबाह कर दिया है. भारत ने पाकिस्तान के सामने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी आतंकी हमले को भारत पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध मानेगा.
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