शुभांशु शुक्ला कौन हैं, जो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की ओर होंगे रवाना? भारत अंतरिक्ष में रचेगा एक और इतिहास
एक्सिओम-4 (एक्स-4) मिशन की कमांडर नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन होंगी, जो अब एक्सिओम स्पेस के लिए काम करती हैं. अन्य दो क्रू मेंबर पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की और हंगरी के टिबोर कापू हैं. ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला मिशन के पायलट होंगे.

Shubhanshu Shukla: भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. केंद्र सरकार ने ऐलान किया है कि भारतीय वायुसेना के एस्ट्रोनॉट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अगले महीने मई में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना होंगे. यह मिशन न केवल भारत के लिए बल्कि ISRO के लिए एक ऐतिहासिक कदम होगा.
शुभांशु शुक्ला पिछले 8 महीनों से NASA और प्राइवेट स्पेस कंपनी Axiom Space के साथ ट्रनिंग ले रहे हैं. यह मिशन एक प्राइवेट कमर्शियल स्पेस मिशन है, जिसके लिए भारत ने $60 मिलियन (लगभग 500 करोड़ रुपए) से खर्च किया है. शुक्ला को अमेरिका के केनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा से SpaceX Falcon 9 रॉकेट के ज़रिए भेजा जाएगा. वे 4 अंतरिक्ष यात्रियों के क्रू का हिस्सा होंगे, जो Crew Dragon कैप्सूल में ISS तक सफर करेंगे.
शुभांशु शुक्ला कौन हैं?
शुभांशु शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था. उन्होंने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, लखनऊ से स्कूली शिक्षा प्राप्त की, जहां वे पढ़ाई और विज्ञान में गहरी रुचि के लिए जाने जाते थे. इसके बाद वे नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA), पुणे से B.Tech और फिर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc), बेंगलुरु से M.Tech की पढ़ाई पूरी की.
शुभांशु शुक्ला को जून 2006 में भारतीय वायुसेना के फाइटर विंग में कमीशन मिला. उन्होंने Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, Jaguar, Hawk, Dornier और An-32 जैसे विमानों पर 2,000 घंटे से अधिक की उड़ान भरने का अनुभव हासिल किया है. उन्हें मार्च 2024 में ग्रुप कैप्टन के पद पर प्रमोट किया गया.
अंतरिक्ष यात्री के तौर पर उपलब्धियां
2019 में उन्हें गगनयान मिशन के लिए चयनित किया गया और इसके बाद उन्होंने रूस के Yuri Gagarin Cosmonaut Training Center में कठिन प्रशिक्षण प्राप्त किया. अब वह Axiom Mission 4 में उड़ान भरकर ISS की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बनने जा रहे हैं. इसके साथ ही वे 2026 में प्रस्तावित गगनयान मिशन के लिए भी प्रमुख अंतरिक्ष यात्री-नामित (Astronaut Designate) हैं.
गगनयान मिशन की तैयारी और ISRO की वैश्विक मौजूदगी
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने शुभांशु शुक्ला की यात्रा को लेकर कहा, 'भारत की अंतरिक्ष यात्रा अब निर्णायक मोड़ पर है. गगनयान की तैयारी, इंटरनेशनल मिशन और आगामी लॉन्च... ये सभी भारत को अंतरिक्ष महाशक्ति बनने की ओर ले जा रहे हैं.' ISRO ने शुभांशु को चुना क्योंकि वे सबसे युवा गगनयात्री हैं और उनका करियर लंबा है, जिससे भविष्य में कई अंतरिक्ष अभियानों में उनका योगदान मिल सकता है.
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