बेशर्म पाकिस्तान! वजीरिस्तान बम विस्फोट के लिए भारत पर लगा रहा था आरोप, तालिबान ने ली जिम्मेदारी
पाकिस्तान के वज़ीरिस्तान में हुआ आत्मघाती हमला देश के लिए एक और बड़ा झटका है. जबकि तालिबान गुट ने हमले की जिम्मेदारी ली है, पाकिस्तान का भारत पर उंगली उठाना उसकी पुरानी आदत बन गई है. भारत ने न सिर्फ आरोपों को खारिज किया, बल्कि पाकिस्तान की आतंकवाद से निपटने की नाकामी को भी उजागर कर दिया है.

Pakistan Waziristan Blast: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के वज़ीरिस्तान इलाके में 29 जून को एक खौफनाक फिदायीन हमले में कम से कम 16 पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी मारे गए, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए। इस धमाके में आम नागरिक और बच्चे भी घायल हुए हैं.
इस हमले के बाद पाकिस्तान सरकार और सेना ने हमेशा की तरह भारत पर हमले का आरोप मढ़ दिया, लेकिन पाकिस्तान तालिबान से जुड़े एक गुट हाफिज गुल बहादुर के आत्मघाती दस्ते ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
हमला कैसे हुआ?
स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी गाड़ी को सेना के काफिले से टकरा दिया. इस विस्फोट से दो घरों की छतें भी ढह गईं, जिसमें छह बच्चे घायल हो गए. पहले मृतकों की संख्या 13 बताई जा रही थी, लेकिन बाद में बढ़ाकर 16 कर दी गई.
पाकिस्तान ने भारत पर लगाया आरोप
पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग ISPR ने एक बयान जारी कर कहा कि यह हमला भारत समर्थित खारिजियों द्वारा करवाया गया. ISPR ने दावा किया, 'हताशा में आकर भारत प्रायोजित आतंकियों ने विस्फोटक लदी गाड़ी को हमारी सेना के काफिले से टकरा दिया.'
भारत का करारा जवाब
भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए इसे घृणास्पद और बेबुनियाद बताया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने X (पूर्व ट्विटर) पर कहा, 'हमने पाकिस्तान सेना का बयान देखा जिसमें भारत को 28 जून को वज़ीरिस्तान में हुए हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. हम इस बयान को पूरी तरह नकारते हैं.'
आतंकवाद की आग में झुलस रहा है पाकिस्तान
2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से पाकिस्तान के पश्चिमी इलाकों में हिंसा की घटनाओं में जबरदस्त उछाल आया है. पाकिस्तान का दावा है कि अफगानिस्तान से सटी सीमाओं का इस्तेमाल आतंकवादी हमलों के लिए किया जा रहा है, हालांकि तालिबान ने इस आरोप को खारिज किया है.
तेहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), जो कई इस्लामी आतंकी संगठनों का गठजोड़ है, लंबे समय से पाकिस्तान सरकार को गिराकर कट्टरपंथी इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए लड़ रहा है.
पाकिस्तानी सेना पर ये आतंकवादी बार-बार हमले कर रहे हैं. AFP के आंकड़ों के मुताबिक, साल की शुरुआत से अब तक खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में करीब 290 लोगों की हत्या की जा चुकी है, जिनमें ज्यादातर सुरक्षा बलों के जवान शामिल हैं.
ये भी देखिए: पाकिस्तानी सेना पर सबसे बड़ा हमला, वज़ीरिस्तान में आत्मघाती विस्फोट में 13 सैनिक ढेर, 29 घायल