'आम' में हानिकारक केमिकल की कैसे करें पहचान? इन तीन आसान स्टेप्स से आसानी से करें पता
Detect Harmful Chemicals In Mangoes Tips: गर्मियों का मौसम आमों के बिना अधूरा लगता है, लेकिन कार्बाइड से पकाए गए आम सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसी को लेकर लाइफस्टाइल गुरु ल्यूक कुटिन्हो ने एक आसान और दिलचस्प घरेलू तरीका बताया है जिससे कोई भी यह जांच सकता है कि आम नैचुरली पका है या केमिकल से.

Detect Harmful Chemicals In Mangoes Tips: गर्मियों का मौसम है… पंखे की हवा भी गरम है और आम के बास्केट हर घर में बर्फ के पास रखे हुए हैं... लेकिन इस मिठास में एक छोटी सी कड़वाहट भी है — वो है कार्बाइड से पकाए गए नकली आम.
इसी डर को खत्म करने के लिए फेमस लाइफस्टाइल कोच Luke Coutinho सामने आए हैं. इंस्टाग्राम पर उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है जो वायरल हो रहा है और उसमें वो बता रहे हैं कि कैसे आप तीन आसान स्टेप में पता लगा सकते हैं कि आपके आम प्राकृतिक रूप से पके हैं या किसी केमिकल की चालाकी से...
पहला स्टेप: 'आम' का चेहरा देखो, चाल नहीं!
- जब आप आम उठाएं तो उसकी स्किन को ध्यान से देखें.
- प्राकृतिक आम की त्वचा थोड़ी-बहुत असमान रंग की होती है, कहीं-कहीं हल्के निशान या धब्बे हो सकते हैं.
- अगर आम बहुत ज्यादा चमकीला, एकदम सुनहरा और प्लास्टिक जैसा दिखे तो सावधान हो जाइए.
Luke कहते हैं – 'Perfect दिखने वाला आम, ज़रूरी नहीं कि Perfect हो!'
दूसरा स्टेप: हल्का सा दबाव दो – प्यार से!
- अब आम को अपनी हथेली में लेकर थोड़ा-सा दबाओ.
- अगर आम हल्के से दबाने पर थोड़ा सख्त लेकिन रसीला लगे, तो समझो वह नेचुरल है.
- लेकिन अगर वो बहुत ही मुलायम या स्पंजी लगे, जैसे अंदर कुछ है ही नहीं – तो हो सकता है उसमें कार्बाइड का जादू हो.
तीसरा स्टेप: पानी में डुबकी – सच सामने आएगा!
- अब बारी है सबसे दिलचस्प टेस्ट की – वाटर टेस्ट.
- एक जार लो, उसमें पानी भरो और आम को उसमें डालें.
- अगर आम डूब जाए तो यह अच्छा संकेत है – इसका मतलब है उसमें पर्याप्त गूदा (pulp) है.
- अगर आम तैरने लगे तो समझ लीजिए मामला गड़बड़ है क्योंकि कार्बाइड से पका आम हल्का होता है, अंदर गूदा कम और हवा ज्यादा होती है.
Luke मुस्कुराकर कहते हैं, 'डरिए मत आम से… डरिए गलत लाइफस्टाइल से!'
बच्चों से बुज़ुर्ग तक – ये टेस्ट हर कोई कर सकता है
Luke Coutinho का यह संदेश सिर्फ बड़े लोगों के लिए नहीं, बल्कि हर उम्र के लोगों के लिए है. वो कहते हैं – ये टेस्ट कोई भी कर सकता है – बच्चे, बूढ़े, मम्मी-पापा… और करना भी चाहिए!
एक छोटी चेतावनी भी
Luke Coutinho खुद कहते हैं कि ये टेस्ट 100% लैब-जैसी पक्की रिपोर्ट नहीं देता, लेकिन यह एक शुरुआती कदम है जो हमें जागरूक बना सकता है.
आम खाओ, लेकिन आंख खोलकर!
गर्मियों में आम खाना तो बनता है – लेकिन अब थोड़ा स्मार्ट बनकर... ये तीन आसान स्टेप अपनाओ. नकली आम को अलविदा कहो और अपनी थाली में भरोसेमंद, रसीले आम ही आने दो.
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