क्या बिरयानी बन सकती है ब्रेकअप की वजह? जब स्वाद से गुजरे डेटिंग-सेटिंग
भारत में प्यार अब सिर्फ दिल से नहीं, खाने की थाली से भी जुड़ चुका है. जहां कुछ जोड़ियां खाने की पसंद-नापसंद के कारण टूट जाती हैं, वहीं कुछ एक-दूसरे की पसंद को अपनाकर प्यार को और मजबूत बना देती हैं.

आज के भारत में प्यार सिर्फ आंखों में नहीं, थाली में भी मिलता है. कभी इडली-सम्भर और कभी मटन-कोसा, हर व्यंजन के पीछे एक कहानी होती है और जब ये कहानियां दो अलग-अलग स्वादों वाले लोगों को जोड़ती हैं तो यह सिर्फ भोजन नहीं, भावनाओं का मेल बन जाता है.
भोजन, जो कभी पारिवारिक विरासत का हिस्सा होता था, अब डेटिंग की नई भाषा बन चुका है. किसी के साथ बैठकर खाना खाना, साथ में रेसिपी बनाना या ये तय करना कि कौन सी चटनी बेहतर है. इन छोटी-छोटी बातों में आज की प्रेम कहानियां रची जा रही हैं.
जब थाली में छिपी होती है दूरी
हालांकि, कुछ प्रेम कहानियां सिर्फ स्वाद के कारण अधूरी भी रह जाती हैं. जब एक शुद्ध शाकाहारी का दिल एक मांसाहारी से टकरा जाता है तो मसालेदार संघर्ष शुरू हो जाता है. कभी पसंद अलग होती है तो कभी आस्थाएं। किसी को अंडे की खुशबू परेशान करती है तो किसी को लहसुन तक से परहेज. ऐसे में एक ही टेबल पर बैठना भी चुनौती बन जाता है.
कई युवा मानते हैं कि जब हर बार खाना ऑर्डर करना बहस बन जाए तो रिश्ते में थकान आने लगती है. हम हमेशा एडजस्ट करते रहे लेकिन एक वक्त ऐसा आया जब थक हार कर अलग होना पड़ा... ऐसे कई अनुभव लोगों के दिलों में दर्ज हैं.
जब प्यार ने बदल दिए स्वाद
पर हर कहानी अधूरी नहीं होती. कुछ दिल ऐसे भी होते हैं जो प्यार में अपनी प्लेट तक बदल देते हैं. एक युवा ने मांसाहार छोड़ दिया, क्योंकि उसका साथी शाकाहारी था और उसके लिए ये त्याग नहीं, प्यार की अभिव्यक्ति थी.
दूसरे जोड़े ऐसे भी हैं जो एक-दूसरे की पसंद का सम्मान करते हैं – कोई घोड़े का मांस खाता है तो कोई सलाद तक सीमित रहता है, लेकिन दोनों साथ ट्रैवल करते हैं, खाते हैं और खुश रहते हैं. उनके लिए भोजन से ज़्यादा जरूरी है वो साथ बिताया हर लम्हा.
जब डेटा ने किया खुलासा: स्वाद से बनते हैं रिश्ते
एक डेटिंग ऐप द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार:
- 72% भारतीय सिंगल्स मानते हैं कि साथ में खाना पकाना रिश्ते को मज़बूत करता है.
- 52% ऐसे इवेंट्स में हिस्सा लेना पसंद करते हैं जो स्वाद को केंद्र में रखते हैं.
- 49% के लिए भोजन की संगतता ज़रूरी है, और 25% के लिए तो ये रिश्ता तोड़ने की वजह भी बन सकती है.
- दिलचस्प बात यह है कि 17% लोगों को किसी के फूड ब्लॉग या खाने की तस्वीरें देखकर क्रश हो जाता है.
एक एक्सपर्ट यह भी बताते हैं कि समस्या तब शुरू होती है जब एक साथी दूसरे को बदलने की कोशिश करता है जैसे तू मांस क्यों खाता है?, या तेरे खाने की गंध से मुझे नफरत है... ऐसे कटाक्ष रिश्ते की मिठास को कड़वाहट में बदल देते हैं.
क्या बिरयानी ब्रेकअप की वजह बन सकती है?
जवाब है – हां और नहीं.
अगर स्वादों को सम्मान के साथ देखा जाए, तो mushroom pulao और chicken tikka एक ही टेबल पर खुश रह सकते हैं लेकिन अगर व्यंजन पहचान बन जाए और पहचान को ठेस पहुंचे तो वही थाली जंग का मैदान बन जाती है.
आज का प्यार अब सिर्फ नज़रों से नहीं होता, वो पनीर और पोर्क की पसंद से होकर गुजरता है और जो कपल इन स्वादों की भिन्नता में भी मिठास ढूंढ़ लेते हैं, उनका रिश्ता पकता है. ठीक वैसे ही जैसे धीमी आंच पर रखी कोई महकती हुई रेसिपी.
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